लखनऊ : प्रदेश सरकार की ओर से कोविड ड्यूटी कर रहे डॉक्टर, स्टाफ से लेकर सफाई कर्मी तक को 25 फीसद भत्ता देने पर मुहर लगा दी गई है. वहीं, देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को आगाह कर दिया है. कोरोना की दूसरी लहर में ही चरमराई व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार ने विभागीय अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है. ऐसे में अफसर स्वास्थ्य ढांचा दुरुस्त करने में जुट गए हैं.
आरटीपीसीआर टेस्ट होंगे दोगुने, लगेंगी 81 नई आरटी-पीसीआर मशीनें
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं शिक्षा आलोक कुमार के मुताबिक विशेषज्ञों ने देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर आशंका जताई है. ऐसे में सरकार ने तैयारी तेज कर दी हैं. खासकर टेस्टिंग लैब की क्षमता बढ़ाई जा रही है. अभी तक जहां 75 हजार से लेकर एक लाख तक आरटीपीसीआर टेस्ट होते थे, वहीं इसे दोगुना करने की कवायद शुरू हो गयी है. इसके लिए 81 आरटी-पीसीआर मशीनों का आर्डर किया गया है. 15 मशीनें लग गई हैं.
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तीन माह के लिए भर्ती होंगे डॉक्टर-कर्मी
आलोक कुमार के मुताबिक कोविड ड्यूटी कर रहे डॉक्टर, स्टाफ से लेकर सफाई कर्मी तक को 25 फीसद भत्ता देने पर मुहर लगा दी गई है. इसका लाभ आउटसोर्सिंग कर्मियों को भी इसका लाभ मिलेगा. वहीं, मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में स्टाफ की कमी पूरा करने के लिए रिटायर्ड डॉक्टर, प्राइवेट डॉक्टर, नर्स व अन्य स्टाफ की भर्ती की जाएगी. इसके लिए मेडिकल कॉलेजों में प्राचार्य व जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य समिति को अधिकार दिया गया है.
यह आदेश एक मई से 30 जुलाई तक के लिए मान्य होगा जिसके बाद में विस्तार भी किया जा सकता है. साथ ही, एमबीबीएस इंटर्न, फाइनल ईयर के छात्र, बीएससी, एमएससी नर्सिंग छात्र, एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्र को भी कोविड ड्यूटी पर लगाया जाएगा. इनका रोजाना का भत्ता 300 से 500 निर्धारित किया गया है.