लखनऊ: उत्तर प्रदेश मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि अगले कुछ दिनों तक भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं और गर्म हवाओं के साथ तापमान बढ़ सकता है. ऐसे में ईटीवी भारत ने कुछ विशेषज्ञों से बात की. उनसे पूछा कि बढ़ते तापमान में किस तरह से अपने शरीर का बेहतर ख्याल रखा जा सकता है, कौन से एहतियात बरते जा सकते हैं.
विशेषज्ञों ने बताए उपाय
केजीएमयू के विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे इस गर्मी में बच्चों को और खुद को बचा सकते हैं. बाल रोग विशेषज्ञ और पीडियाट्रिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर शैली अवस्थी ने बताया कि बच्चों में जो हर वर्ष बीमारियां होती हैं, जैसे डायरिया, 4 से ज्यादा लूज मोशन होना, उसके बाद उनको लू लग सकती है और सामान्य जुकाम-बुखार हो सकता है. डायरिया से बचने के लिए हमेशा बच्चे को ताजा पका हुआ खाना खिलाएं. वहीं जो मां स्तनपान करा रहीं, वह स्तनपान कराती रहें और अगर डायरिया है तो ओआरएस का घोल पिलाएं. लू से बचाने बच्चों को घर में रखें. साथ ही कपड़े पहनाएं.
जुकाम-बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाए
साथ उन्होंने बच्चों को नजला जुकाम होने पर डॉक्टर से जांच कराने की बात कही, जिससे कोरोना से भी बचा सकेगा. उन्होंने बताया कि गले में दर्द, जुकाम, पेट दर्द जैसे लक्षण मिलें तो तुरंत फीवर क्लीनिक पर बच्चे को लेकर जाएं और अगर डॉक्टर कोविड-19 का टेस्ट करवाने को कहते हैं तो वह भी करवाएं. इससे पहले पता चलने पर बच्चे को इलाज मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि बच्चे संक्रमण जैसी बीमारियां दूसरों को फैला सकते हैं. ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग बच्चों में भी रखें, बाहर न घूमने दें, फेस मास्क लगाए रखें और साफ सफाई का ज्यादा ध्यान रखें.
शरीर को रखें हाइड्रेटेड
बड़े लोगों में गर्मी से बचने के लिए केजीएमयू के प्रोफेसर डॉक्टर आनंद मिश्रा कहते हैं कि लगातार पारा बढ़ रहा है. इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने की बात यह है कि अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे. वह कहते हैं कि बढ़ती गर्मी में कोशिश करें कि बाहर न निकलें और अगर निकलना पड़ रहा हो तो अपने सिर को ढककर रखें. वहीं आजकल कोविड-19 का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है. ऐसे में गमछे का इस्तेमाल करें, मुंह को भी उससे ढकें और सिर भी ढकें ताकि दोनों तरह से बचाव हो सके.
50 एसपीएफ से अधिक वाले मॉइश्चराइजर का करें प्रयोग
डॉक्टर आनंद मिश्रा कहते हैं कि कई तरह के मॉइश्चराइजर बाजार में उपलब्ध होते हैं. 50 एसपीएफ से अधिक वाले मॉइश्चराइजर हैं. उसका इस्तेमाल करें, ताकि स्किन जले नहीं और जो शरीर के एक्सपोज पार्ट हैं उसमें सन बर्न न हो. इसके अलावा शरीर में जो कवर्ड एरिया है वहां पर पसीना हो जाता है और नमी की वजह से वहां खुजली होने लगती है. रैशेज पड़ जाते हैं. ऐसे में इस बात का भी ध्यान रखें कि शरीर को सुखाकर रखें हल्के रंग के कपड़े पहने और ढीले कपड़े पहने ताकि शरीर को हवा मिलती रहे और पसीना सूखता रहे, जिससे दाद-खाज-खुजली या घमौरी जैसे कुछ इन्फेक्शन होने में कमी आएगी. सात ही उन्होंने कहा कि शरीर में चीनी पानी की कमी नहीं होनी चाहिए.