लखनऊ: एसजीपीजीआई (SGPGI) प्रदेश में ऑर्गन ट्रांसप्लांट का हब बनने जा रहा है. यहां किडनी ट्रांसप्लांट प्रोजेक्ट का विस्तार होगा और लिवर ट्रांसप्लान्ट को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके लिए नया भवन बनकर तैयार है. एसजीपीजीआई में 558 बेड का ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है और इसकी फिनिशिंग चल रही है. दिसम्बर में निर्माणदायी संस्था भवन बनाकर संस्थान प्रशासन को हैंडओवर कर देगी. ऐसे में संस्थान में बेड बढ़कर 2168 हो जाएंगे. इनमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट सेवाओं का विस्तार किया जा सकेगा.
हर साल 300 से अधिक होंगे किडनी ट्रांसप्लांट
एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आर के धीमान ने कहा कि नए भवन में किडनी ट्रांसप्लांट सेंटर होगा. इसमें नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी के बेड बढ़ेंगे. अभी जहां साल भर में 130 के करीब किडनी ट्रांसप्लांट होते हैं. इसके बाद साल भर में 300 से अधिक मरीजों के हर साल किडनी ट्रांसप्लांट मुमिकन हो सकेंगे. लिहाजा, किडनी ट्रांसप्लांट की वेंटिंग भी घटेगी.
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इसी माह से होगा लिवर ट्रांसप्लांट
संस्थान में लिवर ट्रांसप्लांट इसी महीने होगा. यहां के डॉक्टरों ने 22 जुलाई से ओपीडी शुरू कर दी है. सोमवार से शुक्रवार तक लिवर फेल्योर के मरीजों को देखा जा रहा है. इन मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है. ट्रांसप्लांट के लिए मरीज और डोनर का चयन हो गया है, जल्द ही लिवर ट्रांसप्लांट करने का प्लान है.
220 बेड का होगा इमरजेंसी मेडिसिन विभाग
संस्थान में 558 बेड के ब्लॉक में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग भी होगा जिसमें 220 बेड होंगे. ऐसे में गंभीर मरीजों को बेड के संकट से मुक्ति मिलेगी. इसके अलावा 165 बेड का नेफ्रोलॉजी विभाग, 68 बेड का यूरोलॉजी विभाग और 115 बेड डायलिसिस के लिए होंगे.