लखनऊ: केजीएमयू में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी यूनिट (Interventional Radiology Unit) में अब मरीजों की भर्ती होगी. इसके लिए अलग वार्ड बनाया जाएगा. वहीं, कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में तैनात किए गए 200 कर्मियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं.
केजीएमयू में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की यूनिट है. इसमें नसों में रुकावट, ट्यूमर और बीमारी का इलाज होता है. कई बार खून की रुकावट ऐसे अंग में होती है जहां ऑपरेशन से इलाज संभव नहीं होता है. दवाएं भी असर नहीं करतीं हैं. ऐसे में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी के माध्यम से मरीज को बीमारी से निजात दिलाई जा सकती है. इसमें तार व दूरबीन के माध्यम से ट्यूमर व अन्य दिक्कतें दूर की जाती हैं.
मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के लिए इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की अलग ओपीडी संचालित की जाएगी. इसमें फालोअप के मरीज देखे जा सकेंगे. रेडियोडायग्नोसिस विभाग की अध्यक्ष डॉ. नीरा कोहली ने बताया कि शताब्दी फेज-1 में 12 बेड की यूनिट तैयार हो गई है.
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा
होली से पहले लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में तैनात आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को तगड़ा झटका लगा है. आउटसोर्सिंग पर तैनात करीब 200 कर्मचारियों को नौकरी से हटाने के आदेश हो गए हैं. कोरोना की तीसरी लहर पर काबू पाने के लिए लोकबंधु, झलकारीबाई, लोहिया, सीएमओ के अधीन आउटसोर्सिंग पर कर्मचारियों की तैनाती की गई थी.
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इसमें लैब टेक्नीशियन व दूसरे संवर्ग के कर्मचारी शामिल हैं. अब कोरोना का प्रकोप कम हो रहा है. ऐसे में इन कर्मचारियों को हटाने का आदेश दिया गया है. जिलाधिकारी के आदेश पर इन कर्मचारियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं. इससे अस्पतालों में हड़कंप मच गया है. कर्मचारियों ने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
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