लखनऊ : केजीएमयू के आई बैंक के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अरुण शर्मा के मुताबिक केजीएमयू में कार्निया ट्रांसप्लांट की आधुनिक सुविधा है. पहले यहां एक कार्निया, एक व्यक्ति को ट्रांसप्लांट की जाती थी. वहीं वर्ष 2019 से एक कार्निया को कट कर दो लोगों में ट्रांसप्लांट करना शुरू किया गया. यानी कि एक व्यक्ति के नेत्रदान से मिलीं दो कार्निया से चार लोगों के जीवन में उजाला लाया गया. ऐसे में अब तक कार्निया को दो टुकड़ों में करके 30 लोगों में ट्रांसप्लांट किया गया. इन मरीजों का फॉलोअप किया गया. इनमें बेहतर परिणाम मिले. लिहाजा, अब एक व्यक्ति से मिलीं दो कार्निया को पांच लोगों में प्रत्यारोपित करने का प्लान बनाया गया है. इससे कार्निया की कमी होने के बावजूद अधिक से अधिक लोगों के जीवन को संवारा जा सकेगा.
- देश में 12 लाख लोग कार्निया संबंधी दृष्टिहीनता का शिकार
- विश्व में दृष्टिहीनता से घिरे 50 फीसद लोग भारत में हैं
- 5 सेंकेंड में विश्व में एक व्यक्ति दृष्टिबाधिता का शिकार हो जाता है
- जनवरी से अब तक केजीएमयू में 546 लोगों में कार्निया ट्रांसप्लांट
- यूपी में करीब 2.5 लाख व्यक्ति को कार्निया ट्रांसप्लांट का इंतजार