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मंदिर निर्माण के पक्ष में फैसला नहीं हुआ तो संसद का रास्ता चुनेंगे : केशव मौर्य

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि इस बार फिर से नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव जीत रहे हैं और मोदी जी ही इस बार फिर प्रधानमंत्री बनने वाले हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर राम मंदिर निर्माण का मामला विपक्ष में जाता है तो हमारे पास संसद का रास्ता खुला हुआ है.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.
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Published : Apr 10, 2019, 7:08 PM IST

लखनऊ: चुनावी मौसम में सभी दलों ने प्रचार अभियान में अपनी ताकत झोंक दी है. सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के नेता भी अपने प्रचार अभियान को लेकर काफी व्यस्त हैं. वहीं विपक्ष सेना और बेरोजगारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमले कर रही है.

इसी गहमा-गहमी के बीच ईटीवी भारत ने बात की प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और जवाब प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से.

सवाल: क्या माहौल चल रहा है इस चुनाव में आपकी पार्टी का? कैसी तैयारी है आपकी?
जवाब: यदि 2014 के चुनाव में आंधी चल रही थी तो 2019 में मोदी जी की सुनामी चल रही है. जन-जन ने मन बना लिया है कि मोदी जी को फिर सत्ता सौंपनी है. उनके हाथ में देश भी सुरक्षित है और देश का विकास भी सुनिश्चित है.

सवाल: आपकी सरकार में काम हुए हैं तो चुनाव में मुद्दा काम क्यों नहीं है? चुनावी मुद्दों को लेकर बहस छिड़ी रहती है. क्या कहेंगे आप?
जवाब: विपक्ष के पास हिम्मत नहीं है कि काम को मुद्दा बनाए. विकास इतना हुआ है कि वह मुद्दा बनाएंगे तो जनता उनको दौड़ा देगी. जो साल कांग्रेस 55 साल में नहीं कर सकी वह काम मोदी जी की अगुवाई में 55 माह में हुए हैं. जो काम सपा-बसपा की सरकारों ने 15 साल में नहीं किया वह दो साल में योगी जी की सरकार ने कर दिखाया. किसी भी मोर्चे पर विपक्ष विकास को मुद्दा बनाने का साहस नहीं कर सकता.


सवाल: लेकिन विपक्ष कहता है कि मुद्दा आप राष्ट्रवाद को बनाते हैं, सेना के शौर्य को बनाते हैं. विपक्ष कहता है कि आपकी सरकार ने न युवाओं को रोजगार दिए हैं न कोई बड़े काम किए हैं. इसलिए आप मूल विषयों को लाना ही नहीं चाहते.
जवाब: हमने रोजगार इतने दिए हैं कि जितने दस साल यूपीए सरकार नहीं दे सकी. हमने बहुत कार्य किए हैं. यही कारण है कि विपक्ष मुद्दा विहीन हो गया है.

सवाल: प्रदेश में सपा-बसपा का बेमेल गठबंधन हुआ है. जो कभी धुर विरोधी थे वह मोदी जी को सत्ता से बाहर करने के लिए अब एक हैं. इस पर क्या कहना है आपका?
जवाब: वाराणसी से सांसद बनने जा रहे मोदी जी ही पुनः प्रधानमंत्री बनेंगे. सपा-बसपा खाता खोलेंगे या नहीं, मुझे समझ में नहीं आ रहा है. कांग्रेस पहले ही आत्मसमर्पण कर चुकी है. वैसे भी रायबरेली और अमेठी हम जीतने वाले हैं. आज सपा-बसपा की एकता भी भाजपा के विजय रथ को नहीं रोक पा रही है. सभी वर्गों के मतदाता मोदी जी के साथ हैं.

सवाल: कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा है. भाजपा क्या समझती है? क्या कोई फर्क पड़ेगा प्रियंका के आने से?
जवाब: प्रियंका जी के आने का फर्क पड़ा है. राहुल जो को अमेठी छोड़कर केरल भागना पड़ा है. इतना फर्क पड़ा है. अभी पता नहीं और कितने लोगों को सीटें बदलनी पड़ेंगी. मुरादाबाद से इनके प्रदेश अध्यक्ष भाग गए.


सवाल: अभी मायावती का एक बयान आया. राजनाथ सिंह जी ने आपत्ति भी जताई है. ध्रुवीकरण के प्रयास भी हो रहे हैं. इस पर क्या कहना है?
जवाब: भाजपा के पास अनेक मुद्दे हैं. हम देश को आगे ले जाना चाहते हैं हमारे लिए यह मुद्दा है. हम आतंकवाद मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है. हम बेरोजगारी मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.


सवाल: आपकी पिछली सरकार भी प्रचंड बहुमत से आई थी. कई मुद्दे आपके घोषणा पत्र में थे. 370 का मुद्दा, धारा 35-A का मुद्दा. लोगों में इन्हें लेकर एक निराशा तो है ही.
जवाब: जिनको निराशा है वह कांग्रेसी हो सकते हैं, सपाई-बसपाई हो सकते हैं. जिन्हें विश्वास है वह भाजपाई हैं. लोग जानते हैं कि मोदी जी से अच्छा काम कोई नहीं कर सकता. देश आगे बढ़ रहा है, मोदी जी हैं तो मुमकिन है.


सवाल: राम मंदिर का मुद्दा फिर आपके घोषणा पत्र में है. क्या लगता है कि यदि अबकी आपकी सरकार आई तो यह मुद्दा हल हो जाएगा?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी की नजर में यह मुद्दा हमेशा रहा है. मामला कोर्ट में विचाराधीन है. फैसला जल्द आए यह हर राम भक्त चाहता है. हमें पूरी उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में आएगा और मध्यस्तता से बात बन जाएगी. यदि विपक्ष में निर्णय हुआ तो हम संसद का रास्ता चुनेंगे.

सवाल: आपकी सरकार को भी दो साल हो गए हैं. लोग दो साल के काम को भी मुद्दा मानेंगे और इस आधार पर वोट करेंगे?
जवाब: सपा-बसपा और कांग्रेस किसी की हिम्मत नहीं है कि वह इसे मुद्दा बनाएं. हर चुनाव में पानी-बिजली-सड़क जनता के मुद्दे होते थे, लेकिन अब विपक्ष की हिम्मत नहीं है कि वह इन मुद्दों को उठाए. हमने इस पर काम किए हैं. विपक्ष की सरकार बनाने की कवायद बिना दूल्हे की बारात जैसी है.


सवाल: प्रदेश सरकार के दो साल के कामकाज का कुछ लाभ मिलने वाला है आपको?
जवाब: मोदी जी और योगी जी की जोड़ी वाली सरकारों के काम का पार्टी को बहुत लाभ मिल रहा है. हमारी पार्टी के लिए अब वह लोग भी लड़ रहे हैं, जो कभी बीजेपी के सपोर्टर नहीं रहे. 2014 और 2017 में जिन्होंने हमारा साथ नहीं दिया वह 2019 में हमारे साथ हैं.

लखनऊ: चुनावी मौसम में सभी दलों ने प्रचार अभियान में अपनी ताकत झोंक दी है. सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के नेता भी अपने प्रचार अभियान को लेकर काफी व्यस्त हैं. वहीं विपक्ष सेना और बेरोजगारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर लगातार हमले कर रही है.

इसी गहमा-गहमी के बीच ईटीवी भारत ने बात की प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और जवाब प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से.

सवाल: क्या माहौल चल रहा है इस चुनाव में आपकी पार्टी का? कैसी तैयारी है आपकी?
जवाब: यदि 2014 के चुनाव में आंधी चल रही थी तो 2019 में मोदी जी की सुनामी चल रही है. जन-जन ने मन बना लिया है कि मोदी जी को फिर सत्ता सौंपनी है. उनके हाथ में देश भी सुरक्षित है और देश का विकास भी सुनिश्चित है.

सवाल: आपकी सरकार में काम हुए हैं तो चुनाव में मुद्दा काम क्यों नहीं है? चुनावी मुद्दों को लेकर बहस छिड़ी रहती है. क्या कहेंगे आप?
जवाब: विपक्ष के पास हिम्मत नहीं है कि काम को मुद्दा बनाए. विकास इतना हुआ है कि वह मुद्दा बनाएंगे तो जनता उनको दौड़ा देगी. जो साल कांग्रेस 55 साल में नहीं कर सकी वह काम मोदी जी की अगुवाई में 55 माह में हुए हैं. जो काम सपा-बसपा की सरकारों ने 15 साल में नहीं किया वह दो साल में योगी जी की सरकार ने कर दिखाया. किसी भी मोर्चे पर विपक्ष विकास को मुद्दा बनाने का साहस नहीं कर सकता.


सवाल: लेकिन विपक्ष कहता है कि मुद्दा आप राष्ट्रवाद को बनाते हैं, सेना के शौर्य को बनाते हैं. विपक्ष कहता है कि आपकी सरकार ने न युवाओं को रोजगार दिए हैं न कोई बड़े काम किए हैं. इसलिए आप मूल विषयों को लाना ही नहीं चाहते.
जवाब: हमने रोजगार इतने दिए हैं कि जितने दस साल यूपीए सरकार नहीं दे सकी. हमने बहुत कार्य किए हैं. यही कारण है कि विपक्ष मुद्दा विहीन हो गया है.

सवाल: प्रदेश में सपा-बसपा का बेमेल गठबंधन हुआ है. जो कभी धुर विरोधी थे वह मोदी जी को सत्ता से बाहर करने के लिए अब एक हैं. इस पर क्या कहना है आपका?
जवाब: वाराणसी से सांसद बनने जा रहे मोदी जी ही पुनः प्रधानमंत्री बनेंगे. सपा-बसपा खाता खोलेंगे या नहीं, मुझे समझ में नहीं आ रहा है. कांग्रेस पहले ही आत्मसमर्पण कर चुकी है. वैसे भी रायबरेली और अमेठी हम जीतने वाले हैं. आज सपा-बसपा की एकता भी भाजपा के विजय रथ को नहीं रोक पा रही है. सभी वर्गों के मतदाता मोदी जी के साथ हैं.

सवाल: कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा है. भाजपा क्या समझती है? क्या कोई फर्क पड़ेगा प्रियंका के आने से?
जवाब: प्रियंका जी के आने का फर्क पड़ा है. राहुल जो को अमेठी छोड़कर केरल भागना पड़ा है. इतना फर्क पड़ा है. अभी पता नहीं और कितने लोगों को सीटें बदलनी पड़ेंगी. मुरादाबाद से इनके प्रदेश अध्यक्ष भाग गए.


सवाल: अभी मायावती का एक बयान आया. राजनाथ सिंह जी ने आपत्ति भी जताई है. ध्रुवीकरण के प्रयास भी हो रहे हैं. इस पर क्या कहना है?
जवाब: भाजपा के पास अनेक मुद्दे हैं. हम देश को आगे ले जाना चाहते हैं हमारे लिए यह मुद्दा है. हम आतंकवाद मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है. हम बेरोजगारी मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है.

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत की ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी ने.


सवाल: आपकी पिछली सरकार भी प्रचंड बहुमत से आई थी. कई मुद्दे आपके घोषणा पत्र में थे. 370 का मुद्दा, धारा 35-A का मुद्दा. लोगों में इन्हें लेकर एक निराशा तो है ही.
जवाब: जिनको निराशा है वह कांग्रेसी हो सकते हैं, सपाई-बसपाई हो सकते हैं. जिन्हें विश्वास है वह भाजपाई हैं. लोग जानते हैं कि मोदी जी से अच्छा काम कोई नहीं कर सकता. देश आगे बढ़ रहा है, मोदी जी हैं तो मुमकिन है.


सवाल: राम मंदिर का मुद्दा फिर आपके घोषणा पत्र में है. क्या लगता है कि यदि अबकी आपकी सरकार आई तो यह मुद्दा हल हो जाएगा?
जवाब: भारतीय जनता पार्टी की नजर में यह मुद्दा हमेशा रहा है. मामला कोर्ट में विचाराधीन है. फैसला जल्द आए यह हर राम भक्त चाहता है. हमें पूरी उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में आएगा और मध्यस्तता से बात बन जाएगी. यदि विपक्ष में निर्णय हुआ तो हम संसद का रास्ता चुनेंगे.

सवाल: आपकी सरकार को भी दो साल हो गए हैं. लोग दो साल के काम को भी मुद्दा मानेंगे और इस आधार पर वोट करेंगे?
जवाब: सपा-बसपा और कांग्रेस किसी की हिम्मत नहीं है कि वह इसे मुद्दा बनाएं. हर चुनाव में पानी-बिजली-सड़क जनता के मुद्दे होते थे, लेकिन अब विपक्ष की हिम्मत नहीं है कि वह इन मुद्दों को उठाए. हमने इस पर काम किए हैं. विपक्ष की सरकार बनाने की कवायद बिना दूल्हे की बारात जैसी है.


सवाल: प्रदेश सरकार के दो साल के कामकाज का कुछ लाभ मिलने वाला है आपको?
जवाब: मोदी जी और योगी जी की जोड़ी वाली सरकारों के काम का पार्टी को बहुत लाभ मिल रहा है. हमारी पार्टी के लिए अब वह लोग भी लड़ रहे हैं, जो कभी बीजेपी के सपोर्टर नहीं रहे. 2014 और 2017 में जिन्होंने हमारा साथ नहीं दिया वह 2019 में हमारे साथ हैं.

चुनावी मौसम में सभी दलों ने प्रचार अभियान में अपनी ताकत झोंक दी है। सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी के नेता भी अपने प्रचार अभियान को लेकर काफी व्यस्त हैं। इसी गहमा-गहमी के बीच हमने बात की प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से...

प्रश्न- क्या माहौल चल रहा है इस चुनाव में आपकी पार्टी का? कैसी तैयारी है आपकी?
उत्तर- यदि 2014 के चुनाव में आंधी चल रही थी, तो 2019 में मोदी जी की सुनामी चल रही है। जन-जन ने मन बना लिया है कि मोदी जी को फिर सत्ता सौंपनी है। उनके हाथ में देश भी सुरक्षित है और देश का विकास भी सुनिश्चित है।

प्रश्न- आपकी सरकार में काम हुए हैं, तो चुनाव में मुद्दा काम क्यों नहीं है? चुनावी मुद्दों को लेकर बहस छिड़ी रहती है। क्या कहेंगे आप?
उत्तर- पिपक्ष के पास हिम्मत नहीं है कि काम को मुद्दा बनाए। विकास इतना हुआ है कि वह मुद्दा बनाएंगे तो जनता उनको दौड़ा देगी। जो साल कांग्रेस 55 साल में नहीं कर सकी वह काम मोदी जी की अगुवाई में 55 माह में हुए हैं। जो काम सपा-बसपा की सरकारों ने 15 साल में नहीं किया वह दो साल में योगी जी की सरकार ने कर दिखाया। तो किसी भी मोर्चे पर विपक्ष विकास को मुद्दा बनाने का साहस नहीं कर सकता।

प्रश्न- लेकिन विपक्ष कहता है कि मुद्दा आप राष्ट्रवाद को बनाते हैं, सेना के शौर्य को बनाते हैं। विपक्ष कहता है कि आपकी सरकार ने न युवाओं को रोजगार दिए हैं न कोई बड़े काम किए हैं। इसलिए आप मूल विषयों को लाना ही नहीं चाहते।
उत्तर- हमने रोजगार इतने दिए हैं कि जितने दस साल यूपीए सरकार नहीं दे सकी। हमने बहुत कार्य किए हैं। यही कारण है कि विपक्ष मुद्दा विहीन हो गया है। 

प्रश्न- 
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा का बेमेल गठबंधन हुआ है। जो कभी धुर विरोधी थे वह मोदी जी को सत्ता से बाहर करने के लिए अब एक हैं। इस पर क्या कहना है आपका? 
उत्तर- वाराणसी से सांसद बनने जा रहे मोदी जी ही पुनः प्रधानमंत्री बनेंगे। सपा-बसपा खाता खोलेंगे या नहीं, मुझे समझ में नहीं आ रहा है। कांग्रेस पहले ही आत्मसमर्पण कर चुकी है। वैसे भी रायबरेली और अमेठी हम जीतने वाले हैं। आज सपा-बसपा की एकता भी भाजपा के विजय रथ को नहीं रोक पा रही है। सभी वर्गों के मतदाता मोदी जी के साथ हैं। 

प्रश्न- कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा है। भाजपा क्या समझती है? क्या कोई फर्क पड़ेगा प्रियंका के आने से?
उत्तर- प्रियंका जी के आने का फर्क पड़ा है। राहुल जो को अमेठी छोड़कर केरल भागना पड़ा है। इतना फर्क पड़ा है। अभी पता नहीं और कितने लोगों को सीटें बदलनी पड़ेंगी। मुरादाबाद से इनके प्रदेश अध्यक्ष भाग गए। 

प्रश्न- 
अभी मायावती का एक बयान आया। राजनाथ सिंह जी ने आपत्ति भी जताई है। ध्रुवीकरण के प्रयास भी हो रहे हैं। इस पर क्या कहना है?
उत्तर- भाजपा के पास अनेक मुद्दे हैं। हम देश को आगे ले जाना चाहते हैं हमारे लिए यह मुद्दा है। हम आतंकवाद मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है। हम बेरोजगारी मिटाना चाहते हैं हमारे लिए यह एक मुद्दा है।

प्रश्न- 
आपकी पिछली सरकार भी प्रचंड बहुमत से आई थी। कई मुद्दे आपके घोषणा पत्र में थे। 370 का मुद्दा, धारा 35-A का मुद्दा। लोगों में इन्हें लेकर एक निराशा तो है ही। 
उत्तर- जिनको निराशा है वह कांग्रेसी हो सकते हैं। सपाई-बसपाई हो सकते हैं। जिन्हें विश्वास है वह भाजपाई हैं। लोग जानते हैं कि मोदी जी से अच्छा काम कोई नहीं कर सकता। देश आगे बढ़ रहा है। मोदी जी हैं तो मुमकिन है। 

प्रश्न- 
राम मंदिर का मुद्दा फिर आपके घोषणा पत्र में है। क्या लगता है कि यदि अबकी आपकी सरकार आई तो यह मुद्दा हल हो जाएगा?
उत्तर- भारती जनता पार्टी की नजर में यह मुद्दा हमेशा रहा है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। फैसला जल्द आए यह हर राम भक्त चाहता है। हमें पूरी उम्मीद है कि फैसला हमारे हक में आएगा। हमें उम्मीद है कि मध्यस्तता से बात बन जाएगी। यदि विपक्ष में निर्णय हुआ तो संसद का रास्ता चुनेंगे। 

प्रश्न- 
आपकी सरकार को भी दो सार हो गए हैं। लोग दो साल के काम को भी मुद्दा मानेंगे और इस आधार पर वोट करेंगे? 
उत्तर- सपा-बसपा और कांग्रेस किसी की हिम्मत नहीं है कि वह इसे मुद्दा बनाएं। हर चुनाव में पानी-बिजली-सड़क जनता के मुद्दे होते थे, लेकिन अब विपक्ष की हिम्मत नहीं है कि वह इन मुद्दों को उठाए। हमने इसने काम किए हैं। विपक्ष की सरकार बनाने की कवायद बिना दूल्हे की बारात जैसी है। 

प्रश्न- 
उत्तर प्रदेश सरकार के दो साल के कामकाज का कुछ लाभ मिलने वाला है आपको?
उत्तर- मोदी जी-और योगी जी की जोड़ी वाली सरकारों के काम का पार्टी को बहुत लाभ मिल रहा है। हमारी पार्टी के लिए अब वह लोग भी लड़ रहे हैं, जो कभी बीजेपी के सपोर्टर नहीं रहे। 14 और 17 में जिन्होंने हमारा साथ नहीं दिया वह 19 में हमारे साथ हैं।

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फीडियो फाइल FTP से गई है....(UP_lko_Keshav Prasad Maurya_10april2019)
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Alok Tripathi
(News Co-ordinator)
ETV Bharat (U.P.)
Mob. 9839464017




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Alok Tripathi
(News Co-ordinator)
ETV Bharat (U.P.)
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