लखनऊ : केरल के राज्यपाल और विचारक आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि लोकतंत्र का वास्तविक विचार भारतीय आध्यात्मिक संदेशों में ही है. जहां सबको समान माना गया है. गीता ज्ञान से लेकर शंकराचार्य और स्वामी विवेकानंद के विचारों को इस लोकतंत्र में समाहित किया है. भारत की संस्कृति कहती है कि हम एक हैं. हम एक आत्मा से जुड़े हैं. यही हमारा लोकतंत्र हैं. सभी आत्मा एक हैं और सबमें परमात्मा का वास है यही भारतीय लोकतंत्र है.
लोकनीति संस्था की ओर से नाना राव देशमुख व्याख्यान का आयोजन लखनऊ के गोमतीनगर स्थित एक पांच सितारा होटल में किया गया. जहां केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने अपने विचार व्यक्त किए. इस मौके पर मंच संचालन भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा ने किया. कार्यक्रम के मुख्य संचालक लोक नीति संस्था के अध्यक्ष आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि यह आयोजन नानाजी देशमुख की याद से जुड़ा हुआ है. मैं उनको श्रद्धांजलि भी दे सकूं और आप जो काम कर रहे हैं वह विशेष है. लोकतंत्र में अमृत काल में लोकतंत्र महत्त्वपूर्ण विषय है. अमृत महोत्सव हम मान चुके हैं अमृत काल में प्रवेश कर चुके हैं और प्रधानमंत्री जो बार-बार इस बारे में बहुत सोच रहे हैं. यहां पर एक खास मानस के साथ की कोई सभा हो वहां हमारा मानस बिल्कुल अलग होगा.
राज्यपाल ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र विश्व में अनूठा है. दुनिया में ऐसे भी लोकतंत्र रहे हैं जहां महिलाओं और काले रंग के लोगों को बराबर का सम्मान नहीं दिया जाता था उनको वोटिंग का अधिकार नहीं था, मगर भारत में ऐसा नहीं हुआ भारत का लोकतंत्र विशेष है. यहां मनुष्य को मनुष्य और आत्मा को परमात्मा माना गया है. इसीलिए सभी को समान अधिकार दिए गए. यही हमारी प्राचीन परंपरा थी. जिसे हम सम्मान करते रहे. हमारा लोकतंत्र अभी इसी विषय पर आगे बढ़ रहा है. इसीलिए इतना सशक्त है और सभी जगह ग्रहण किया जा रहा है.
फिलिस्तीन और इजरायल के मुद्दे पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि इस मामले में भारत सरकार अपने विचार रख रही है. मेरा विचार तो बस इतना ही है कि जहां भी आम लोगों की मौत हो रही है, निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं वहां आतंकवाद है. वह किसी भी और से हो. उन्होंने कहा कि भारत 1980 से आतंकवाद को झेलता रहा है. मैं हर आतंकवाद का विरोध करता हूं.
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