लखनऊः राजधानी के मनकामेश्वर मंदिर के पास लगने वाले ऐतिहासिक कार्तिक मेले पर इस बार कोरोना का साया मंडराता नजर आ रहा है. लगभग 70 वर्षों से लगने वाले मेले का आनंद पहली बार राजधानी वासी नहीं उठा पाएंगे, जिसको लेकर यहां के दुकानदार से लेकर स्थानीय लोग भी काफी दुखी हैं.
मनकामेश्वर मंदिर के पास फूल पत्ते की दुकान लगाने वाले कपिल कश्यप का कहना है कि पहले कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले मेले से सप्ताह भर पहले से ही यहां पर भक्तों का मेला उमड़ता था. इस मेले में बड़ी संख्या में दूर-दूर से लोग भी आते थे, जिससे हम लोगों की दुकानें भी खूब चलती थी. कमाई भी खूब होती थी पर जिस तरह से इस बार मेला न लगने की बात सामने आ रही है. निश्चित रूप से हम लोग इससे काफी मायूस हैं.
वहीं इस बारे में मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरी का कहना है कि जिस तरह से पूरे देश में कोविड-19 संक्रमण फैला हुआ है. इसके तहत बड़े आयोजन पर रोक लगी है और यह मेला भी एक बड़ा आयोजन है. उन्होंने कहा कि इस मेले में अलग-अलग जगह से दुकानदार व्यापारी और ग्राहक आते हैं. निश्चित रूप से मेला न लगने से थोड़ा दिक्कत जरूर होगी पर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह सही फैसला है.
बताते चलें कि लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर के पास कार्तिक पूर्णिमा को ऐतिहासिक मेला लगता है. लगभग 70 वर्षों से अधिक समय से यहां मेला लगता आ रहा है. जिस तरह से पूरे देश में कोविड-19 का संक्रमण फैला हुआ है. इसके कारण इस बार या ऐतिहासिक मेला नहीं लग रहा है. जिसके कारण यहां पर दुकान लगाने वाले दुकानदार काफी मायूस नजर आ रहे हैं.