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कन्नौजः फायरिंग कांड के आरोपी अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर - kannauj police could not disclose firing case

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में रिश्तेदारों के बीच हुई फायरिंग कांड में पुलिस न तो अवैध हथियारों का खुलासा कर पाई है और न ही गोली चलाने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर सकी. पुलिस अब तक मामले को सुलझाने में लगी हुई है.

कन्नौज फायरिंग कांड का अब तक नहीं हो पाया खुलासा.
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Published : Aug 9, 2019, 9:12 AM IST

कन्नौजः जिले में हुए फायरिंग कांड ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है. मामले का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें गोलीबारी में अवैध हथियारों का भी होना सामने आया है. इसके बावजूद पुलिस अब तक न हथियारों का खुलासा कर पाई है और न ही गोली चलाने वाले आरोपी का. पुलिस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगी हुई है.

कन्नौज फायरिंग कांड का अब तक नहीं हो पाया खुलासा.

क्या था पूरा मामला-

  • जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अहमदी टोला में 29 जुलाई को स्टेटस लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था.
  • एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी थी.
  • फायरिंग में एक व्यक्ति घायल हो गया था.
  • पुलिस जब आरोपियों के घर पहुंची तो महिलाओं ने दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया.
  • पुलिसकर्मियों ने काफी देर के प्रयास के बाद दरवाजा काट दिया.
  • जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के घर की बारीकी से तलाशी ली.
  • तलाशी के दौरान पुलिस को न तो आरोपी मिला और न ही कोई हथियार.
  • गोलीकांड को एक सप्ताह से ज्यादा हो गया है.
  • पुलिस अब तक कुछ पता नहीं लगा सकी है.
  • मामले में अब तक न तो आरोपी ही पकड़ में आया हैं और न ही पुलिस वायरल वीडियो में दिखाए जाने वाले हथियारों को बरामद कर पाई है.

कन्नौजः जिले में हुए फायरिंग कांड ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है. मामले का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें गोलीबारी में अवैध हथियारों का भी होना सामने आया है. इसके बावजूद पुलिस अब तक न हथियारों का खुलासा कर पाई है और न ही गोली चलाने वाले आरोपी का. पुलिस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगी हुई है.

कन्नौज फायरिंग कांड का अब तक नहीं हो पाया खुलासा.

क्या था पूरा मामला-

  • जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अहमदी टोला में 29 जुलाई को स्टेटस लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था.
  • एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी थी.
  • फायरिंग में एक व्यक्ति घायल हो गया था.
  • पुलिस जब आरोपियों के घर पहुंची तो महिलाओं ने दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया.
  • पुलिसकर्मियों ने काफी देर के प्रयास के बाद दरवाजा काट दिया.
  • जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के घर की बारीकी से तलाशी ली.
  • तलाशी के दौरान पुलिस को न तो आरोपी मिला और न ही कोई हथियार.
  • गोलीकांड को एक सप्ताह से ज्यादा हो गया है.
  • पुलिस अब तक कुछ पता नहीं लगा सकी है.
  • मामले में अब तक न तो आरोपी ही पकड़ में आया हैं और न ही पुलिस वायरल वीडियो में दिखाए जाने वाले हथियारों को बरामद कर पाई है.
Intro:इस मामले को लेकर पुलिस सन्देह के घेरे में, आखिर कहां गए हथियार
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यूपी के कन्नौज में एक मामले में आज भी पुलिस को उलझा रखा है । इस उलझन से निकलने के लिए पुलिस अब नया रास्ता खोजने में लगी है । इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों ही पक्ष एक दूसरे के रिश्तेदार हैं और दोनों के बीच हुई गोलीबारी में अवैध हथियारों का भी होना सामने आया है। इसके बावजूद पुलिस ने आज दिन तक ना तो अवैध हथियारों का ही खुलासा किया है और ना ही गोली चलाने वाले आरोपियों को ही गिरफ्तार कर सकी है। पुलिस अब इस मामले को सुलझाने की कोशिश में लगी हुई है जिससे कि इस मामले से निकलने के लिए कोई नया रास्ता मिल और दोनों ही आरोपियों को संतुष्ट कर सके, लेकिन सवाल अभी भी बना हुआ है कि आखिर अवैध हथियारों को कहां गायब कर दिया गया है ,जो खुलेआम सोशल मीडिया पर छाए हुए थे । आइए देखते हैं कन्नौज से यह स्पेशल रिपोर्ट।


Body:कन्नौज कोतवाली क्षेत्र के अहमदी टोला में हुई फायरिंग कांड में पुलिस ने वारदात वाले दिन आरोपियों के घर पर छापेमारी की थी लेकिन वहां से ना तो आरोपी ही मिले और ना ही कोई हथियार मिला । कुछ गाड़ियों को पुलिस ने मौके से जप्त कर लिया था, जिसके बाद वायरल वीडियो में आरोपियों के हाथों में जो हथियार देखे गए थे वह आखिर कहां गए। यह एक सवाल बना हुआ था। वीडियो में आरोपित और पीड़ित दोनों पक्षों के लोग हथियार लहराते हुए नजर आए और फायरिंग भी की थी लेकिन पुलिस ने वीडियो में हथियार पकड़े हुए जो लोग जो दिखाए गए हैं उन हथियारों को अब तक बरामद क्यों नहीं किया है और अगर आरोपियों के पास हथियार नहीं थे, तो उन्होंने फायरिंग किससे की थी यह एक अहम सवाल बना हुआ है और जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें पीड़ित और आरोपी दोनों ही हथियार लिए हुए दिख रहे हैं जिससे अवैध हथियारों की बात सामने आ रही थी। इसके बावजूद पुलिस ने आज दिन तक ना तो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और न ही हथियारों को बरामद कर सकी है। जिससे पुलिस की कार्रवाई संदेश जनक बनी हुई है।


Conclusion:क्या है पूरा मामला

सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला अहमदी टोला में 29 जुलाई को स्टेटस लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था इसमें एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें गोली लगने से कुर्सी पहचान बाबू घायल हो गए थे पुलिस जब आरोपियों के घर पहुंची तो महिलाओं ने दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया था, इसके बाद पुलिसकर्मियों ने काफी देर तक प्रयास करने के बाद गैस कटर से दरवाजा काटा, जिससे महिलाओं ने दरवाजा खोल दिया और पुलिस घर के अंदर घुस गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की घर की बारीकी से तलाशी की तलाशी के दौरान पुलिस को न तो आरोपी ही मिले और न ही कोई हथियार। इसके बाद वायरल वीडियो में देसी असलहों की नुमाइश के वीडियो वायरल होते हुए सामने आए।

अब तक खाली है पुलिस के हाँथ

इस गोलीकांड को एक सप्ताह से ज्यादा दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के यहां बिल्कुल खाली हैं, न तो आरोपी ही पकड़ में आए हैं और ना ही पुलिस वायरल वीडियो में दिखाए जाने वाले हथियारों को भी बरामद कर पाया है। दोनों ही पक्ष वायरल वीडियो के जरिए असलाह से फायरिंग कर शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं । इसके बाद भी पुलिस की भूमिका कुछ अलग ही नजर आ रही है । वायरल वीडियो में आरोपियों के चेहरे साफ दिखाई पड़ रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें पकड़ा नहीं गया है । वहीं पुलिस ने अभी तक एक पक्ष के रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई में केवल जांच करके खानापूर्ति कर रही है।

पुलिस की इस कार्रवाई पर उठे सवाल

पुलिस अधीक्षक के आदेश पर सदर कोतवाली में तीन सदस्यीय टीम बनाई गई इसमें आरोपियों को हर दिशा में घेर कर उन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी गई थी, जिसमें पहली टीम में प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा और दूसरी टीम में प्रभारी निरीक्षक भीम सिंह पौनिया एवं तीसरी टीम में सबइंस्पेक्टर रामाज्ञा चौबे सहित महिला एस0आई0 अलका दीक्षित को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके साथ ही तीनों टीम के साथ भारी पुलिस बल भेजा गया था जो आरोपियों के घर की तलाशी के दौरान हथियारों को बरामद कर सकें, लेकिन तीनों ही टीमें पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान खड़े करते हुए खाली हाथ वापस लौट गई। पुलिस को सिर्फ घर में महिलाएं ही मिली, न तो घर में एक भी आरोपी मिला और न ही हथियार । पुलिस की इस कार्यवाही से दोनों पक्ष एक दूसरे के घर मे हथियार बता रहे है तो वहीं पुलिस पूरे मामले में जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है लेकिन पुलिस के हाथ आज भी खाली हैं आखिर क्यों ?
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बाइट - सल्तनत - गोली चलाने वाले शोएब की बहन (एक पक्ष)
बाइट- फिरदोस - घायल खुर्शीद की बहन (दूसरा पक्ष)
बाइट- विनोद मिश्रा - दबिश देने पहुंचे कोतवाली प्रभारी
बाइट - अमरेंद्र प्रसाद - पुलिस अधीक्षक कन्नौज
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कन्नौज से पंकज श्रीवास्तव
094 15 16 8969

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