लखनऊ : बलरामपुर चिकित्सालय और केजीएमयू की संयुक्त टीम के सहयोग से बलरामपुर चिकित्सालय में जटिल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाई. सड़क दुर्घटना के दौरान मरीज को काफी चोटें आई थीं. हाथ, पैर व सिर में भी काफी गहरा घाव हुआ था. बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने कहा कि 'लखनऊ के तीन सुपर स्पेशलिटी चिकित्सालय केजीएमयू, लोहिया एवं एसजीपीजीआई जैसे चिकित्सालयों से तालमेल बिठाकर इस तरह की जटिल सर्जरी बलरामपुर चिकित्सालय में ही की जाए, जिससे मरीज को एक चिकित्सालय से दूसरे चिकित्सालय भागना पड़े. अब धीरे-धीरे करके जटिल सर्जरी बलरामपुर अस्पताल में शुरू की जा रही है. फिलहाल अभी तक जितनी भी सर्जरी हुई हैं सभी सफलतापूर्वक हुई हैं.'
उन्होंने बताया कि 'लखनऊ निवासी मरीज आज्ञा राम (48 वर्ष) निवासी बीते दो मार्च को पत्नी सहित साइकिल-कार की सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गए, जिसमें उनके बाएं कुल्हे की अंदरुनी हड्डी जिसे ऐसीटाब्लम कहते हैं बुरी तरह टूट गई थी. साथ में दाएं पैर का ऐंकल टूटकर बाहर की तरफ़ लटक गया था, जहां से खून बह रहा था. साथ में सीने के दोनों तरफ़ की कई पसलियां टूट गई थीं. जिससे सीने में करीब दो लीटर खून जमा हो गया था, उन्हें सांस लेने में तक़लीफ होने लगी थी. इसके अलावा ऑक्सीजन सेचुरेशन बहुत कम हो गया था. शरीर के कई हिस्से में खरोच थी एवं खाल कई जगह से फट गई थी. मरीज़ को बलरामपुर चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. मरीज़ के इलाज में केजीएमयू के वाइस चांसलर जनरल डॉ. बिपिन पुरी के सहयोग से प्रो. अनुराग एवं डॉ. आदर्श पांडे थोरैसिक सर्जन केजीएमयू ने उसके सीने का ऑपरेशन बलरामपुर चिकित्सालय में आकर किया.'
मरीज़ की सबसे जटिल सर्जरी एसिटाबुलम का ऑपरेशन केजीएमयू के वाइस चांसलर प्रो. विपिन पुरी, प्रो. विनीत शर्मा (अस्थि रोग विभाग केजीएमयू) के सहयोग से प्रो. धर्मेंद्र एसिटाबुलम सर्जन केजीएमयू एवं बलरामपुर अस्पताल के अस्थि रोग विभाग के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. जीपी गुप्ता की संयुक्त टीम ने मरीज का ऐसीटाबुलर सर्जरी सफलतापूर्वक बलरामपुर चिकित्सालय में ही किया. इस सर्जरी में एनेस्थेसिया एक जटिल काम था, जिसे डॉ. नुरूल हक़ ने दिया. नर्स लालसा एवं डॉ. संजीता अग्रवाल ने सर्जरी में सहयोग किया. मरीज की सर्जरी पूरी निशुल्क की गई है.