लखनऊ : महानगर पुलिस ने भारतीय खाद्य निगम (Food Corporation of India) में नौकरी दिलाने का दावा करते हुए 60 लोगों से एक करोड़ 75 लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने 60 लोगों की जाली नियुक्ति पत्र भी थमा दिए थे. पुलिस के मुताबिक नौकरी के लिए पैसे देने वाले युवक-युवतियों को दिल्ली के एक होटल में बुलाकर फर्जी इंटरव्यू भी कराए गए थे.
महानगर कोतवाली में इंदिरानगर निवासी मनीष राय (Manish Rai) ने 14 जून 2019 को नीरज कुमार पांडेय और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. आरोप है कि एफसीआई में ग्रुप सी के पदों पर भर्ती कराने का दावा कर 60 युवकों से एक करोड़ 75 लाख रुपये लिए गए थे. मनीष राय के मुताबिक वर्ष 2019 में उनकी मुलाकात अभिषेक दुबे और नीरज पांडेय से हुई थी. बातचीत के बाद अभिषेक ने मनीष की मुलाकात रवि प्रकाश, राकेश सिंह, राजन चौबे और उसकी पत्नी कविता से कराई थी. यह लोग एफसीआई लखनऊ (FCI Lucknow) और दिल्ली में तैनात होने का दावा करते थे. मनीष ने भांजे राम मनोहर राय, अनीस राय, मुन्ना कुमार और राजकुमार की नौकरी लगवाने की बात कही थी. पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने कई युवकों को नई दिल्ली बाराखंम्भा स्थित एक दफ्तर में बुलाया था. जहां कविता चौबे और उसके पति राजन मौजूद थे. दोनों ने रुपये खर्च करने पर शर्तिया नौकरी मिलने का दावा किया था.
इंस्पेक्टर केशव कुमार तिवारी (Inspector Keshav Kumar Tiwari) के मुताबिक मनीष के रिश्तेदारों समेत करीब 60 लोगों से आरोपियों ने रुपये लिए थे. सभी को जाली नियुक्ति पत्र देने के साथ ही अलग-अलग जिलों में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया था. छह महीने तक ट्रेनिंग कराने के बाद भी किसी को नियुक्ति नहीं मिली थी. इसके बाद मनीष राय ने मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज करने के बाद फरार चल रहे लोगों के खिलाफ कोर्ट ने एनबीडब्ल्यू भी जारी किया था. इस मामले में लखीमपुर खीरी निवासी जितेंद्र और सुल्तानपुर निवासी नीरज कुमार पांडेय को रविवार को पकड़ा गया है.
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