लखनऊ: उत्तर प्रदेश सियासी तापमान को मापने के लिए शनिवार को जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव उत्तर प्रदेश प्रभारी केसी त्यागी लखनऊ दौरे पर आए हैं. लखनऊ पहुंचते ही जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव की तबीयत खराब हो गई और उन्हें उल्टियां होने लगीं. जिसके बाद उन्हें डॉक्टर के पास लेकर जाया गया, जहां डाक्टरों ने केसी त्यागी को आराम करने की हिदायत दी है. बिहार में भाजपा की मदद से सत्ता में काबिज जनता दल यूनाइटेड उत्तर प्रदेश में सीटों के मोलभाव में लगी हुई है. उत्तर प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड का न तो कोई पार्षद है और न ही विधायक. बिना जनाधार के जिस तरह से जेडीयू 200 सीटों पर लड़ने की बात कर रही है, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधानसभा चुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड यूपी में सीटों के मोल भाव की रणनीति बना रही है.
2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. जहां भारतीय जनता पार्टी लखनऊ से लेकर लगातार दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार प्रदेश के पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रियता बरतने के निर्देश दे रहे हैं. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव प्रदेश के जनपदों का दौरा कर प्रदेश मुख्यालय में आए दिन पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भागीदारी मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक ओमप्रकाश राजभर भी लगातार राजधानी लखनऊ में पार्टी को मजबूत करने की बैठक करने के साथ-साथ दूसरे दलों के नेताओं से भी मिल रहे हैं. वहीं ओवैसी भी विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश की 200 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं. ऐसे में जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी भी उत्तर प्रदेश का राजनीतिक तापमान नापने शनिवार को लखनऊ पहुंचे थे.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल ने बताया कि लखनऊ दौरे पर आए राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी की तबीयत खराब हो गई और उन्हें उल्टियां होने लगीं. आते समय रास्ते में भी उन्हें उल्टियां हो रही थीं, जिसके बाद उन्हें डॉक्टर को दिखाया गया और डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की हिदायत दी है. यदि शाम तक उनकी तबीयत सही होती है तो वह मीडिया से बातचीत करेंगे.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल का कहना है कि जिस तरह से हम बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में हैं, उसी तरह से हम उत्तर प्रदेश में भी गठबंधन के तहत ही चुनाव लड़ेंगे और यदि किन्ही कारणों से गठबंधन नहीं होता है तो जनता दल यूनाइटेड प्रदेश की 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल से जब यह पूछा गया कि यदि गठबंधन होता है तो जेडीयू कितनी सीटें मांगेगी. इस सवाल पर उनका कहना है कि यह राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा.