लखनऊ : एशिया के सबसे बड़े पार्क जनेश्वर मिश्र पार्क की चार पार्किंग को बेचने की तैयारी लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) कर रहा है. पार्किंग में फ़ूड वैन लगाने की सुविधा दी जा रही है. बदले में तीन साल के लिए ठेकेदारों से दो करोड़ रुपये लिए जाएंगे. जिसका किराया ठेकेदार को मिलेगा. जबकि ठेकेदार का काम वाहनों को खड़ा करवाना है. वाहन कहां खड़े होंगे यह बड़ा सवाल है. असल बात यह है कि इसी पार्किंग से लखनऊ विकास प्राधिकरण ने दो दिन पहले फूड वैन वालों को खदेड़ा था. अतिक्रमण के नाम पर लोगों के रोजगार समाप्त किए गए हैं. इसके बावजूद एक बार फिर से इसी अतिक्रमण को वैध करके ठेकेदारों को लाभ देने की तैयारी की जा रही है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के रेंट विभाग की ओर से टेंडर जारी किए गए हैं. जिसमें विकास प्राधिकरण जनेश्वर मिश्र पार्क की चारों पार्किंग के लिए विशेष सुविधा दे रहा है. इन पार्किंग में ठेकेदारों को फूड वैन लगाने की अनुमति मिलेगी. जिसकी वसूली भी वे कर सकेंगे. लगभग दो करोड़ रुपये लेकर लखनऊ विकास प्राधिकरण तीन साल के लिए पार्किंग का ठेका देने जा रहा है. ठेकेदार न केवल वाहनों के शुल्क वसूलेंगे, बल्कि फूड वैन लगाने का शुल्क अलग से ले सकेंगे.
बहरहाल इस मामले में भले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण दवा कर रहा है कि यहां बहुत अधिक फूड वन नहीं लगाई जाएंगी, लेकिन यह तो फूड वैन लगाने के फायदे पर ही निर्भर करेगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने बताया कि पार्किंग में फूड वैन की सुविधा दी जा रही है, लेकिन इनकी संख्या बहुत अधिक नहीं होगी.
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