लखनऊ : राजधानी लखनऊ के निगोहां दखिना टोल प्लाजा से बिना फास्ट टैग लगी गाड़ी से गुजर रहे राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के कार चालक से आईकार्ड मांगना भारी पड़ गया. नाराज मंत्री ने रायबरेली की बछरावां पुलिस को बुलाकर टोल मैनेजर सहित चार लोगों पुलिस के हवाले करा दिया. वहीं पुलिस ने चारों को शान्ति भंग में जेल भेज दिया है. मंत्री की इस हरकत की चर्चा क्षेत्र में हो रही है.
जानकारी के अनुसार राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह शुक्रवार को अपनी निजी गाड़ी से लखनऊ से रायबरेली की ओर जा रहे थे. निगोहां दखिना टोल पर टोल कर्मियों ने बैरियर पर फास्टटैग न होने के चलते गाड़ी रोक दी. इस पर मंत्री के चालक ने गाड़ी में राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह के होने का हवाला देकर गाड़ी जाने की बात कही. गाड़ी में मंत्री के होने की बात पर टोल कमर्चारी ने आईकार्ड मांगा. इस पर राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह आग बबूला हो गए और टोल कर्मचारियों को भला बुरा कहने लगे. बताया जा रहा है कि इसको लेकर टोल मैनेजर से कहासुनी हो गई. इसके बाद टोल से ही राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने रायबरेली की बछरांवा पुलिस को मौके पर बुला लिया.
राज्य मंत्री के फोन पहुंचने पर आननफानन बछरावां पुलिस टोल पर पहुंच गई. इसके बाद पुलिस टोल मैनेजर धीरज श्रीवास्तव शिफ्ट मैनेजर अभिषेक प्रभाकर और बसंत को थाने उठा ले गई. इसी बीच मंत्री बिना टोल भुगतान किए अपनी गाड़ी लेकर रायबरेली की ओर चले गए. इंस्पेक्टर बछरांवा ने बताया कि मंत्री से अभद्रता की शिकायत पर टोल कर्मचारियों को लाया गया था. जिन्हें शान्ति भंग में जेल भेज दिया गया है. इस सम्बंध में राज्य मंत्री से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो सकी.