लखनऊ: गुड़ के उत्पादन का इतिहास काफी पुराना है. वही गुड़ के गुणों की चर्चा तो आयुर्वेद में भी है, क्योंकि इसे एक औषधि भी माना गया है. उत्तर प्रदेश की सरकार गुड़ के गुणों को देखते हुए इसके प्रचार प्रसार के लिए पहली बार उत्तर प्रदेश में दो दिवसीय गुण महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश के 100 से ज्यादा गुड उत्पादक किसान सम्मिलित हुए. गुड़ महोत्सव में अयोध्या के एक किसान ने अपने उत्पाद में कुछ विशेष औषधियों को सम्मिलित करते हुए ऐसा गुड़ बनाया जिसकी कीमत 6000 रुपये किलो तक है. इस गुड़ को देखने के लिए हर कोई दुकान पर पहुंचा और चखने के बाद खूब तारीफ भी की.
इस गुड़ को देखने की सबको थी चाहत
राजधानी में आयोजित गुड़ महोत्सव में वैसे तो 100 से ज्यादा गुड़ की किस्में मौजूद थी लेकिन, गुड़ आनंदम को देखने की चाहत महोत्सव में आने वाले हर शख्स को थी. इस इस गुड़ को खास औषधि स्वर्ण भस्म के साथ मिलाकर बनाया गया है जो हृदय रोग, खून की कमी, लीवर, किडनी जैसे रोगों के मरीजों के लिए यह काफी गुणकारी है. इस गुण की कीमत 6000 रुपये किलो है. गुड उत्पादक अविनाश चंद दुबे बताते हैं कि उनके यहां 200 रुपये किलो से लेकर 6000 रुपये किलो तक के गुड़ मौजूद हैं. गुड महाबली, गुड आनंदम ऐसी विशेष किस्में हैं, जिसमें आयुर्वेद की कुछ खास औषधियों को मिलाया गया है. जिसके कारण यह कई बीमारियों में फायदा करती हैं. इस गुड़ के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें होम डिलीवरी का ऑर्डर भी दिया है.
गुड़ की ये किस्में रहीं चर्चित
यहां साधारण देसी गुड़ से लेकर कुछ विशेष तरह के ऑर्गेनिक गुण भी मौजूद थे जिनकी लोगों ने खूब खरीदारी की. इस महोत्सव में गुड़ को बदलते समय के हिसाब से उत्पादकों ने अलग-अलग शक्ल में बनाया था जो लोगों को खूब भाया. गुड़ के चॉकलेट फ्लेवर, मैंगो फ्लेवर, रोज फ्लेवर, स्ट्रॉबेरी गुड़, सौंफ से युक्त गुड़, अश्वगंधा से युक्त गुड़, दानेदार गुड़ और ड्राई फ्रूट्स से निर्मित गुड़ को लोगों ने खूब पसंद किया.
क्या कहते हैं गन्ना विकास मंत्री
उत्तर प्रदेश सरकार में गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि गुड़ महोत्सव उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार आयोजित हुआ है. इससे गुड़ उत्पादक और उनकी विशेष खुशबू को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी. इस महोत्सव के द्वारा उन्हें एक मंच प्रदान किया गया है, जिसको लोगों ने खूब सराहा है. अब यह महोत्सव हर साल आयोजित किया जाएगा.