लखनऊ : विधानसभा के मानसून सत्र के अंतर्गत विधान परिषद में सदन की कार्यवाही के दौरान मंगलवार सरकार पर किसान विरोधी और सदन में झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टीे के सभी सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करते हुए सदन से वाक आउट कर गए. सपा ने मेरठ में हाई टेंशन लाइन के सम्पर्क में आने से कांवड़ियों के मौत के मामला का भी उठाया. सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने सरकार से कहा कि जांच में अधिकारी ही अधिकारी को बचाते हैं. इसलिए निष्पक्ष जांच कराएं. इसके साथ ही सभापति ने शिक्षा और शिक्षकों की समस्याओं का सर्वमान्य हल निकालने के लिए सरकार को निर्देश दिया कि वह एक कमेटी बनाकर मंत्रियों समेत शिक्षक एवं स्नातक क्षेत्र से चुनकर आए विधायकों के साथ बैठक करें.
सपा सदस्यों में मुकुल यादव, आशुतोष सिन्हा, शहनवाज खान एवं नरेश चन्द्र उत्तम ने मृतक आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा व सरकारी नौकरी तथा घायलों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की. सदस्य शहनवाज खान ने कहा कि कांवड़ यात्रा बड़ा पर्व है. इस बार रिकार्ड श्रद्धालु आए. हम भी भोले के भक्तों का स्वागत करते हैं. किसी भी यात्रा से पहले अधिकारियों की बैठक होती थी, जो इस बार नहीं हुई. हाई टेंशन लाइन होने के कारण वहां शट डाउन किया जाना था, लेकिन जिस समय यात्रा गुजर रही थी उसी समय विद्युत लाइन चालू कर दी गई, जिससे यह दुर्घटना हो गई.
नेता सदन व उपमुख्यमंत्री ने मेरठ की घटना को दुखद बताते हुए कहा कि मृतक आश्रितों को 6-6 लाख आर्थिक सहायता दी गई है. भविष्य में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए सदस्य जो भी सुझाव देंगे, उन्हें शामिल किया जाएगा. उन्होंने बताया कि मामले की जांच कराई जा चुकी है. सभापति ने कहा कि यात्रा के समय ही हाई टेंशन लाइन चालू किए जाने की ठीक से जांच कराए, क्योंकि जांच में अधिकारी एक-दूसरे को बचाते हैं.
सभापति ने सरकार को निर्देश दिया कि माध्यमिक शिक्षा मंत्री व शिक्षक विधायकों के साथ बैठकर बात कर लें. नेता सदन ने कहा कि सदन की बैठक के बाद वे सभी के साथ बैठकर बात करेंगे. सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह ने अनुरोध किया कि स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधायकों को भी इसमें शामिल कर लिया जाए. सभापति ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि अब समाधान निकलेगा. निर्दलीय समूह के राजबहादुर सिंह चन्देल व डाॅ. आकाश अग्रवाल के प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में संचालित योजनान्तर्गत कार्यरत शिक्षकों को शासकीय कोष से वेतन व विनियमितिकरण कराए जाने के मामले पर नेता सदन व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि उच्च शिक्षा निदेश्क से सुस्पष्ट आख्या मांगी गई है. आख्या प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जाएगी. सभापति ने इस मामले को भी उसी बैठक में शामिल किए जाने का सरकार को निर्देश दिया. बसपा के भीमराव अम्बेडकर ने रायबरेली जिले के ग्राम-पूरे बजरंग बली में सुनील कुमार प्रजापति की मारपीट में हुई मृत्यु की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. नेता सदन ने सदन को तथ्यों से अवगत कराया.