लखनऊ: मुसलमानों का पाक माना जाने वाला महीना 'रमजान' अप्रैल महीने के अंतिम हफ्ते से शुरू हो जाएगा. वहीं कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन लागू किया गया है. इतना ही नहीं हाल-फिलहाल लॉकडाउन के खत्म होने के आसार भी नहीं दिख रहे हैं. इसी को देखते हुए इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने देश के मुसलमानों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने सोमवार को 12 बिंदुओं की एडवाइजरी जारी की. इतना ही नहीं इस एडवाइजरी पर लोगों से अमल करने की अपील भी की है.
पढ़ें जारी की गई एडवाइजरी के महत्वपूर्ण बिंदू
- रमजान का रोजा रखना फर्ज है, लिहाजा हर मुसलमान रोजा जरूर रखें.
- जो लोग पहले से मस्जिद में रहते हैं, सिर्फ वही मस्जिद में रहें और इफ्तारी करें.
- चार से पांच लोगों से ज्यादा लोग मस्जिद में नहीं रहेंगे.
- इफ्तारी या इफ्तारी का पैसा गरीबों में बांटा जाए.
- कोई भी इफ्तार पार्टी इस बार न आयोजित की जाए, बल्कि इफ्तार पार्टी का पैसा भी गरीबों को दिया जाए.
- मस्जिद में जो चार से पांच लोग रहते हैं, वही तराबी की नामाज पढें.
- इलाके के लोग अपने-अपने घरों में ही तराबी पढें.
- जिसको जितना कुरान याद है, उतना तराबी में रोज पढें.
- इस मुबारक महीने में ज्यादा से ज्यादा जकात अदा करें, जिससे पूरे मुल्क में कोई भी शख्स भूखा न रहे.
- इफ्तार के वक्त सभी लोग दुआ करें कि हमारे मुल्क और पूरी दुनिया से अल्लाह इस कोरोना का खत्म कर दें.
- लॉकडाउन के रूल्स और रेगुलेशन का पूरी तरह से पालन किया जाए.
- रमजान के महीने में भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए.
इस मुबारक महीने का चांद 24 अप्रैल को देखा जाएगा और अगर 24 अप्रैल को चांद नजर आता है तो उसी दिन से तराबी शुरू होगी और 25 अप्रैल को पहला रोजा रखा जाएगा.
मौलाना खालिद राशीद फरंगी महली, अध्यक्ष, इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया