लखनऊ: चार अक्टूबर से लखनऊ से दिल्ली के बीच शुरू हुई देश की पहली कॉरपोरेट तेजस एक्सप्रेस का सोमवार को एक माह पूरा हो गया. इस एक माह में लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ के बीच 28000 यात्रियों ने सफर किया. इसी एक माह में एक बार तेजस एक्सप्रेस लेट हुई, जिसके बदले आईआरसीटीसी को यात्रियों को ढाई लाख का भुगतान भी करना पड़ा.
तेजस एक्सप्रेस के देरी से चलने पर भरना पड़ा मुआवजा
- IRCTC की पहली निजी ट्रेन तेजस यात्रियों को सफर के लिए अपनी तरफ आकर्षित कर रही है.
- यही वजह है कि इस एक माह में लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ के बीच 28000 यात्रियों ने सफर किया.
- आईआरसीटीसी के अधिकारियों को उम्मीद है कि अब यात्रियों की संख्या और तेजी से बढ़ेगी.
- इसी एक माह के अंदर एक बार तेजस एक्सप्रेस लेट हुई, जिसके चलते दो से ढाई लाख रुपये यात्रियों को वापस करना पड़ा है.
19 अक्टूबर को तेजस एक्सप्रेस काफी लेट चली थी और IRCTC के नियमों में है कि अगर एक घंटे से ज्यादा तेजस लेट होती है, तो यात्रियों को 100 और 2 घंटे से ज्यादा लेट होने पर 250 रुपये वापस करेंगे. इसी के चलते 19 अक्टूबर को जब ट्रेन लेट हुई, तो यात्रियों को आईआरसीटीसी ने पैसे वापस किए. अब एक माह पूरा होने के बाद आईआरसीटीसी के अधिकारी यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करने का प्लान कर रहे हैं.
तेजस में हमने जो यात्री सुविधाएं प्रदान की थीं, वह सभी पहले से उपलब्ध करा दी गई हैं. कुछ योजनाएं अभी हमारी क्रियान्वयन में हैं. जैसे वैगन ऑन व्हील जिसके अंतर्गत घर से सामान उठाने की सुविधा थी उस पर काम हो रहा है. अन्य सभी जो सुविधाएं हमने प्लान की थी. वह पहले दिन से यात्रियों को मिल रही हैं और हमें यात्रियों के बहुत अच्छे फीडबैक मिले हैं. यात्रियों ने यात्रा का आनंद उठाया है, अच्छे फीडबैक दिए हैं. हम भी उनके सुझाव के हिसाब से इस गाड़ी में और भी सुधार लाने के लिए प्रयासरत हैं.
-अश्विनी श्रीवास्तव, मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक, आईआरसीटीसी
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