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निलंबित IPS डॉ. सतीश कुमार हुए बहाल, लगे थे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप - आईपीएस डॉ. सतीश कुमार को किया गया बहाल

भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित IPS अधिकारी डॉ. सीतश कुमार को बहाल कर दिया गया है. सतीश कुमार पर बाराबंकी जिले में एसपी पर रहते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था.

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Published : Jun 30, 2019, 8:05 AM IST

लखनऊ: निलंबित IPS डॉ. सतीश कुमार को बहाल कर दिया गया है. बाराबंकी में एसपी के पद पर रहते हुए सतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद डॉ. सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया था. हालांकि अभी उनके खिलाफ विभागीय जांच चलती रहेगी.
इस मामले में हुआ था निलंबन

बाराबंकी में साइबर सेल के पुलिसकर्मी पर 65,00,000 रुपये धमकाकर वसूल किए जाने के आरोप लगाए थे. आरोप के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक STF के आदेश के अनुपालन में एएसपी की अध्यक्षता में गठित जांच टीम द्वारा गोपनीय तरीके से प्रारंभिक जांच कराई गई थी, जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप जांच टीम को सही प्रतीत हुए. इसी आधार पर साइबर सेल के पुलिसकर्मी सहित उस समय बाराबंकी एसपी रहे डॉ. सतीश कुमार पर कार्रवाई की गई थी. डॉ. सतीश कुमार के निलंबन के बाद अजय कुमार साहनी को बाराबंकी का नया एसपी बनाया गया था.

एसपी पर लगे थे गंभीर आरोप

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसकी कंपनी शॉपिंग मॉल विश्वास मेगा मार्ट बाराबंकी है. बीते जनवरी माह की आठ तारीख को क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप कुमार यादव ने उनके कार्यालय में आकर कहा कि एसपी के ऑफिस में आकर कंपनी के पेपर दिखाइए कि कंपनी कैसे काम करती है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने कंपनी के स्टाफ के साथ क्राइम ब्रांच कार्यालय और एसपी से जाकर मुलाकात की और कंपनी के बारे में विस्तार में बताया. इस पर एसपी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि जब जांच के लिए बुलाया जाए तो सहयोग करिएगा. शिकायतकर्ता ने कहा कि जब वह एसपी से मिलकर वापस जाने लगा तो क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप यादव ने कहा कि आप लोग गिरफ्तार हो गए हैं. यही नहीं यह भी कहा कि 65,00,000 रुपये हमें दो नहीं तो आपकी कंपनी और आपका मॉल को सीज हो जाएगा, जिसके बाद शिकायतकर्ता के स्टाफ राजू द्वारा 65,00,000 रुपये की व्यवस्था कर अनूप यादव को दिए गए.

लखनऊ: निलंबित IPS डॉ. सतीश कुमार को बहाल कर दिया गया है. बाराबंकी में एसपी के पद पर रहते हुए सतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद डॉ. सतीश कुमार को निलंबित कर दिया गया था. हालांकि अभी उनके खिलाफ विभागीय जांच चलती रहेगी.
इस मामले में हुआ था निलंबन

बाराबंकी में साइबर सेल के पुलिसकर्मी पर 65,00,000 रुपये धमकाकर वसूल किए जाने के आरोप लगाए थे. आरोप के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक STF के आदेश के अनुपालन में एएसपी की अध्यक्षता में गठित जांच टीम द्वारा गोपनीय तरीके से प्रारंभिक जांच कराई गई थी, जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप जांच टीम को सही प्रतीत हुए. इसी आधार पर साइबर सेल के पुलिसकर्मी सहित उस समय बाराबंकी एसपी रहे डॉ. सतीश कुमार पर कार्रवाई की गई थी. डॉ. सतीश कुमार के निलंबन के बाद अजय कुमार साहनी को बाराबंकी का नया एसपी बनाया गया था.

एसपी पर लगे थे गंभीर आरोप

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि उसकी कंपनी शॉपिंग मॉल विश्वास मेगा मार्ट बाराबंकी है. बीते जनवरी माह की आठ तारीख को क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप कुमार यादव ने उनके कार्यालय में आकर कहा कि एसपी के ऑफिस में आकर कंपनी के पेपर दिखाइए कि कंपनी कैसे काम करती है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने कंपनी के स्टाफ के साथ क्राइम ब्रांच कार्यालय और एसपी से जाकर मुलाकात की और कंपनी के बारे में विस्तार में बताया. इस पर एसपी डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि जब जांच के लिए बुलाया जाए तो सहयोग करिएगा. शिकायतकर्ता ने कहा कि जब वह एसपी से मिलकर वापस जाने लगा तो क्राइम ब्रांच के दारोगा अनूप यादव ने कहा कि आप लोग गिरफ्तार हो गए हैं. यही नहीं यह भी कहा कि 65,00,000 रुपये हमें दो नहीं तो आपकी कंपनी और आपका मॉल को सीज हो जाएगा, जिसके बाद शिकायतकर्ता के स्टाफ राजू द्वारा 65,00,000 रुपये की व्यवस्था कर अनूप यादव को दिए गए.

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ब्रेकिंग

निलंबित आईपीएस ऑफिसर सतीश कुमार को बहाल कर दिया गया है बाराबंकी एसपी के तौर पर काम कर रहे हैं सतीश कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे जिसके तहत कार्यवाही करते हुए लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव आयोग से परमिशन मिलने के बाद इन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।

युवा व तेजतर्रार ईमानदार छवि वाले आईपीएस के ऊपर लगे आरोप व बर्खास्तगी को लेकर खूब चर्चाएं हुई थी। वही, अब चुनाव के बाद सरकार ने सतीश कुमार की बहाली कर दी है। हालांकि, अभी विभागीय जांच चलती रहेगी।
सतीश कुमार की बर्खास्तगी के बाद अजय कुमार साहनी को बाराबंकी का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया था।


इस मामले में हुआ था निलंबन

जनपद बाराबंकी के साइबर सेल के पुलिस कर्मियों पर ₹6500000 धमका कर वसूलने के आरोपों में एसटीएफ की जांच में बाराबंकी के पूर्व पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर चुनाव आयोग से निलंबन की अनुमति मांगी गई थी। चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद डॉक्टर सतीश कुमार को डीजीपी कार्यालय संबंध किया गया था।

बाराबंकी में साइबर सेल के पुलिसकर्मी पर ₹6500000 धमकाकर वसूल किए जाने के आरोप लगाए गए थे। आरोप के संबंध में पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ के आदेश के अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में गठित जांच टीम द्वारा गोपनीय प्रारंभिक जांच कराई गई थी जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप जांच टीम को सही प्रतीत हुए जिसके आधार साइबर सेल के पुलिसकर्मी सहित पूर्व एसपी बाराबंकी डॉक्टर सतीश कुमार पर कार्यवाही की गई थी

ये है आरोप

शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगाए गए थे कि उसकी कंपनी शॉपिंग मॉल विश्वास मेगा मार्ट बाराबंकी में दिनांक 8 एक 2019 को बाराबंकी के क्राइम ब्रांच के दरोगा अनूप कुमार यादव ने उनके कार्यालय में आकर कहा कि आप कप्तान साहब के ऑफिस में आकर कंपनी के पेपर दिखाइए कि कंपनी कैसे काम करती है। जब वह अपनी कंपनी के स्टाफ के साथ क्राइम ब्रांच कार्यालय और कप्तान साहब के कार्यालय में जाकर मिले तथा कंपनी के बारे में विस्तार में बताया तो पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार द्वारा कहा गया कि आप जाइए और जब विवेचना के लिए बुलाया जाएगा तो कॉरपोरेट करिएगा। जब वह वापस जाने लगे तो अनूप यादव ने कहा कि आप लोग अरेस्ट हो गए हैं। ₹6500000 हमें दो नहीं आपकी कंपनी व आपका माल सीज हो जाएगा जिसके बाद शिकायतकर्ता के स्टाफ़ राजू द्वारा ₹6500000 की व्यवस्था कर अनूप यादव को दिए गए।


Body:संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
90 2639 25 26


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