लखनऊ: गाजियाबाद में अपराध में लगातार इजाफा हो रहा है. इससे चिंतित पुलिस विभाग ने अब क्राइम कंट्रोल के लिए आईपीएस एम. मुनिराज को कानून-व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी सौंपी है. आईपीएस मुनिराज आज से अपना कार्यभार संभालेंगे. पहले अपराध नियंत्रण के लिए लखनऊ से डीआईजी (विजिलेंस) एलआर कुमार को गाजियाबाद भेजा गया था, लेकिन वह छुट्टी पर चल रहे हैं. ऐसे में अब आईपीएस मुनिराज पर भरोसा जताते हुए उन्हें एसएसपी गाजियाबाद का प्रभार सौंपा गया है.
गाजियाबाद में पिछले दिनों पेट्रोल पंप पर हुई 25 लाख की लूट से कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे थे. ऐसे में जब सरकार की किरकिरी हुई तो पहले जहां डीआईजी (विजिलेंस) एलआर कुमार पर भरोसा जताकर उन्हें गाजियाबाद के एसएसपी का कार्यभार सौंपा गया, लेकिन जब वे कार्यभार ग्रहण नहीं कर पाए तो आदेश में संशोधन कर आईपीएस मुनिराज को गाजियाबाद में अपराध को नियंत्रित करने का जिम्मा सौंप दिया गया. आईपीएस मुनिराज पुलिस विभाग में तेज तर्रार अधिकारी के तौर पर अपनी पहचान रखते हैं. यही वजह है कि उन पर पुलिस विभाग ने भरोसा जताया और उन्हें यह प्रभार सौंप दिया.
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आईपीएस मुनिराज एसएसपी गाजियाबाद का कार्यभार आज से ग्रहण कर क्राइम खत्म करने को अभियान शुरू करेंगे. अपराधियों की धरपकड़ कर मामलों का खुलासा करने की कोशिश करेंगे. उनकी प्राथमिकता होगी कि अभी तक जितनी भी घटनाएं हुई हैं जिनका पर्दाफाश नहीं हो पाया उन सभी मामलों का निपटारा करना. बता दें कि तीन दिन पहले ही योगी सरकार ने भ्रष्टाचार और जनता से जुड़े मामलों में लापरवाही बरतने का दोषी मानते हुए गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया था.
एसएसपी पांडेय पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे. साथ ही क्राइम कंट्रोल करने में भी वे नाकाम रहे थे. कुछ दिन पहले गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े बदमाशों ने फायरिंग करके पेट्रोल पंप कर्मचारियों से 25 लाख रुपये की लूट कर ली थी. घटना का वीडियो भी सामने आया था लेकिन इस मामले में भी आईपीएस पवन कुमार पांडेय ने सुस्ती दिखाई थी. लिहाजा योगी सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था.
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