लखनऊ : राजधानी लखनऊ के अस्पतालों एवं सभी विभागों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन कार्यक्रम आयोजित हुआ. विश्व भर में बुधवार को नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियो केजीएमयू गूंज और नर्सिंग व पैरामेडिकल साइंसेस संकाय द्वारा नवें अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन हुआ. इस वर्ष अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष थीम ह्यूमिनिटी रखी गई.
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. बिपिन पुरी रहे. डॉ. बिपिन पुरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर 21 जून 2015 को अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई. यह दिवस भारत के साथ-साथ लगभग विश्व के 170 देशों में मनाया जा रहा है. कुलपति ने कहा कि योग के जरिए इम्युनिटी बढ़ाने के साथ ही शरीर को निरोग एवं मन को शांत रखा जा सकता है. योग हमारी बदलती जीवन शैली में चेतना बनकर हमें जलवायु परिवर्तन व कई बीमारियों से भी निपटने में सहायता करता हैं. साथ ही इस अवसर पर कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय में 14 व्यक्तियों को मृतक आश्रित सेवा नियमावली के अंतर्गत नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए गए. कार्यक्रम में उपस्थित प्रो. केके सिंह एक्जिक्युटिव ऑफिसर, रेडियो गूंज ने कहा कि योग की उत्पत्ति भारत में पांच हजार साल पहले हुई थी. आधुनिक बदलाव के दौर में योग को दैनिक रूप से अपनी जीवन शैली में अपनाने की आवश्यकता है. नकारात्मक समय में योग क्रिया ही हमें शारीरिक व मानसिक रूप से सकारात्मक एवं स्वस्थ रख सकती है.
बलरामपुर चिकित्सालय में मनाया गया योग दिवस
बलरामपुर अस्पताल के न्यू ओपीडी ब्लॉक में बुधवार को योग विशेषज्ञ डॉ. नंदलाल यादव के निर्देशन में सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास कर 9वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. योगाभ्यास सत्र में बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ. रमेश गोयल, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीपी गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी सहित डॉक्टर्स, मैटर्न, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य स्टाफ ने प्रतिभाग किया. बलरामपुर चिकित्सालय के निदेशक डॉ. रमेश गोयल ने कहा कि सभी को नियमित योगाभ्यास करना चाहिए. इससे हमारा शरीर स्वस्थ, मन संतुलित और विचार श्रेष्ठ होते हैं. बलरामपुर चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित योग प्रोटोकाल, अत्यंत सहज एवं सरल है जिसे हर उम्र के लोग अभ्यास कर सकते हैं. यदि नियमित योगाभ्यास किया जाए तो जोड़ों संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है.
छात्र-वैज्ञानिक कनेक्ट कार्यक्रम
सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ में योग दिवस मौके पर सीएसआईआर-जिज्ञासा परियोजना के तहत एक स्टूडेंट-साइंटिस्ट कनेक्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बीएन कॉलेज ऑफ फार्मेसी, बीकेटी, लखनऊ से 60 छात्रों एवं दो प्रोफेसर के बैच को आमंत्रित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य औषधि अनुसंधान एवं विकास की जानकारी के साथ साथ स्वास्थ्य की सही देखभाल के लिए योग को बढ़ावा देना था. इस कार्यक्रम में डॉ. संजीव यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक सीडीआरआई लखनऊ ने योग की महत्ता के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने बताया कि योग केवल शारीरिक व्यायाम ही नहीं, बल्कि एक मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास भी है.
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा-कर्म योग पर भी दें ध्यान
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर राजभवन में कहा कि लोग शारीरिक योग के साथ कर्म योग पर भी ध्यान दें. उसी के जरिए ही संपूर्ण मानव कल्याण हो सकता है. राजयपाल ने स्वस्थ जीवन के लिए योग को आत्मसात करने आह्वान किया. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार योग शरीर को निरोग करता है उसी प्रकार कार्यों का प्रतिबद्धता से निष्पादन मन को स्वस्थ करता है.
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि योग हमारी सनातन संस्कृति से जुड़ा है. इसके अन्तर्निहित महत्व को समझकर प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज पूरे विश्व ने इसे स्वीकार कर लिया है. मुख्यसचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने योग को भारत के ऋषि- मुनियों की देन बताते हुए स्वस्थ जीवन के लिए स्वयं अपनाने और जन -जन तक पहुंचाने की बात कही. कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी शर्मा, प्रमुख सचिव आयुष लीना जौहरी, जिलाधिकारी लखनऊ सूर्यपाल गंगवार, मुख्यमंत्री सलाहकार अवनीश अवस्थी सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित रहे. इस दौरान प्रशिक्षित योगाचार्यों के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, राजभवन के अध्यासितों और उनके परिजनों ने योगाभ्यास में प्रतिभाग किया.