लखनऊ : अमृत स्टेशन स्कीम के तहत भारत सरकार ने कई रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प कराने का फैसला लिया है. यहां पर यात्री सुविधाओं से लेकर अत्याधुनिक सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा. अमृत स्टेशन स्कीम के तहत 19 रेलवे स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे यात्रियों को ट्रेन के प्लेटफॉर्म की जानकारी, ट्रेन के बदलने का संदेश, रास्ते में ठहरी ट्रेन या फिर प्लेटफार्म पहुंचने पर कोच की लोकेशन से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी. लखनऊ के ऐशबाग और बादशाहनगर सहित दोनों मंडलों के 19 स्टेशनों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा.
इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम (आईटीएमएस) उन रलवे स्टेशनों पर लगाया जाएगा, जिनका विकास अमृत स्टेशन योजना के तहत होगा. उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे के 60 से ज्यादा स्टेशन हैं, लेकिन पहले चरण में 19 स्टेशनों पर आईटीएमस लगाया जाएगा. छह अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन देश के 508 अमृत स्टेशनों का शिलान्यास करेंगे. इसमें उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के 15 स्टेशन शामिल हैं, जबकि पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐशबाग, बादशाहनगर, सीतापुर और बस्ती स्टेशनों को शामिल किया गया है. अमृत स्टेशनों पर आईटीआईएस के अलावा यात्री सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा. इन स्टेशनों को पैसेंजर फ्रेंडली बनाने के लिए औसतन 15 से 20 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें पेयजल, लाउंज, सरकुलेटिंग एरिया, फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर और एनाउंसमेंट सिस्टम की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 'इस सिस्टम के तहत पूरे स्टेशन पर डिस्प्ले लगाए जाएंगे, जो रियल टाइम इंफॉर्मेशन साझा करेंगे. उन्होंने बताया कि ये सिस्टम नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) से जुड़े होंगे. इससे ट्रेन की लोकेशन, उसका प्लेटफॉर्म, कोच की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी. आईटीएमएस की व्यवस्था हो जाने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी. उन्हें इधर-उधर ट्रेन की जानकारी लेने के लिए भागना नहीं पड़ेगा. रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर कई बेहतर प्रयास कर रहा है.
19 रेलवे स्टेशन पर लगेगा इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम, लखनऊ के यह स्टेशन भी शामिल
इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफाॅर्मेशन सिस्टम उन रेलवे स्टेशनों पर लगाया जाएगा, जिनका विकास अमृत स्टेशन स्कीम के तहत होगा. लखनऊ के ऐशबाग और बादशाहनगर सहित दोनों मंडलों के 19 स्टेशनों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा.
लखनऊ : अमृत स्टेशन स्कीम के तहत भारत सरकार ने कई रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प कराने का फैसला लिया है. यहां पर यात्री सुविधाओं से लेकर अत्याधुनिक सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा. अमृत स्टेशन स्कीम के तहत 19 रेलवे स्टेशनों पर इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे यात्रियों को ट्रेन के प्लेटफॉर्म की जानकारी, ट्रेन के बदलने का संदेश, रास्ते में ठहरी ट्रेन या फिर प्लेटफार्म पहुंचने पर कोच की लोकेशन से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी. लखनऊ के ऐशबाग और बादशाहनगर सहित दोनों मंडलों के 19 स्टेशनों पर यह सिस्टम लगाया जाएगा.
इंटीग्रेटेड ट्रेन इंफॉर्मेशन सिस्टम (आईटीएमएस) उन रलवे स्टेशनों पर लगाया जाएगा, जिनका विकास अमृत स्टेशन योजना के तहत होगा. उत्तर व पूर्वोत्तर रेलवे के 60 से ज्यादा स्टेशन हैं, लेकिन पहले चरण में 19 स्टेशनों पर आईटीएमस लगाया जाएगा. छह अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन देश के 508 अमृत स्टेशनों का शिलान्यास करेंगे. इसमें उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के 15 स्टेशन शामिल हैं, जबकि पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐशबाग, बादशाहनगर, सीतापुर और बस्ती स्टेशनों को शामिल किया गया है. अमृत स्टेशनों पर आईटीआईएस के अलावा यात्री सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा. इन स्टेशनों को पैसेंजर फ्रेंडली बनाने के लिए औसतन 15 से 20 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें पेयजल, लाउंज, सरकुलेटिंग एरिया, फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्केलेटर और एनाउंसमेंट सिस्टम की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 'इस सिस्टम के तहत पूरे स्टेशन पर डिस्प्ले लगाए जाएंगे, जो रियल टाइम इंफॉर्मेशन साझा करेंगे. उन्होंने बताया कि ये सिस्टम नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (एनटीईएस) से जुड़े होंगे. इससे ट्रेन की लोकेशन, उसका प्लेटफॉर्म, कोच की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी. आईटीएमएस की व्यवस्था हो जाने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी. उन्हें इधर-उधर ट्रेन की जानकारी लेने के लिए भागना नहीं पड़ेगा. रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर कई बेहतर प्रयास कर रहा है.