लखनऊ: मलिहाबाद में आम की फसल को तेज हवाएं और आंधी नुकसान पहुंचा रही हैं. दूसरी ओर कीट भी फलों को काटकर नुकसान पहुंचा रहे हैं. इससे बागवान परेशान हैं. बागवानों के अनुसार ये कीट जोड़े में लगे आम पर हमला कर रहे हैं. आम को छेद कर खराब कर देते हैं, जिससे फल सूखकर गिर जाता है.
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फली छेदक कीट से परेशान बगवान
फलपट्टी क्षेत्र के बागवान फली छेदक कीट से परेशान हैं. यह कीट आम में छेद कर आम को खराब कर रहा है. तमाम परेशानियों के बाद आम उत्पादक इतनी फसल को बचा पाए हैं. उसको अब कीड़ें बड़े पैमाने पर खत्म करने पर लगे हुए हैं. फल पट्टी क्षेत्र में आम बागवानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
बागों की धुलाई करके हुए बेहाल
मलिहाबाद बागवान नरेंद्र कुमार ने बताया कि बीते दिनों कई बार आई आंधी ने आम की फसल को नुकसान पहुंचाया है. किसान कई बार बागों की धुलाई करा चुके हैं, अब कीड़ों की मार से किसान हाल बेहाल हो गए हैं. अब इन कीड़ों के हमले ने रही-सही कसर पूरी कर दी है. बागवान अहमद शेर खान ने बताया कि आम की फसल को इस समय सबसे ज्यादा फल छेदक नामक कीड़ा नुकसान पहुंचा रहा है. आम बागवान अशफाक हुसैन और प्रमोद कुमार ने बताया कि आम की बची फसल कीड़ा नष्ट कर देगा तो आम उत्पादक बर्बाद हो जाएंगे.
दो आम के सटे हुए फलों के बीच लगता है कीट
केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुशील शुक्ल ने बताया कि इस समय आम की फसल पर फ्रूट ब्रोरर यानी फल छेदक कीट का प्रकोप है. ये कीड़ा लार्वा के रूप में दो सटे हुए आम के फलों पर लगता है. आम का जो भाग सटा हुआ होता है, उसी पर लगता है. शुरुआत में ये आम के फल पर काला धब्बा जैसा दाग डाल देते हैं, यदि समय से इसकी रोकथाम नहीं की गई तो ये फल को छेद कर अंदर से सड़ा देते हैं, जो कुछ ही दिनों में गिर जाता है.
कारगर दवाओं से ही कीटों को मारा जा सकता है
इस संबंध में उद्यान विशेषज्ञ राजीव वर्मा का कहना है कि लेमिडा साई रिथ्रो सिन को प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें, इससे कीड़ा मर जाएगा. विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही आम उत्पादक कीटों को मारने के लिए आम के बागों में छिड़काव करें. कारगर दवाओं के छिड़काव से ही कीड़े को मारा जा सकता है. आम बगवान इन दिनों फलों में लग रहे कीट से बेहद परेशान हैं. इस समय आम की फसल पर फ्रूट ब्रोरर यानी फल छेदक कीट का प्रकोप है. ये कीड़ा लार्वा के रूप में दो सटे हुए आम के फलों पर लगता है. आम का जो भाग सटा हुआ होता है, उसी पर लगता है और फल को छेद कर दागी बना देता है.