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लखनऊ: सड़क हादसे में घायल था कोरोना पॉजिटिव, ठीक होकर लौटा घर - coronavirus patient in lucknow

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में 6 दिनों में एक कोरोना मरीज ठीक हुआ, जिसको लेकर डॉक्टरों में खुशी देखने को मिली. सड़क हादसे में घायल हुए इस शख्स को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.

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सड़क हादसे में घायल कोरोना मरीज हुआ ठीक.
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Published : May 25, 2020, 8:49 PM IST

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगातार इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाओं के साथ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इस कड़ी में संस्थान में एक ऐसा मरीज भी आया जो एक्सीडेंट में घायल हुआ था. जांच की गई तो वह कोरोना संक्रमित पाया गया और साथ ही उसे एचआईवी भी था. डॉक्टरों ने जब उसका इलाज किया तो वह महज 6 दिनों में ही ठीक हो गया.

सड़क हादसे में घायल कोरोना मरीज हुआ ठीक.

सड़क हादसे में हुआ था घायल
34 वर्षीय एक युवक दिल्ली से गोंडा जा रहा था, रास्ते में सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद उसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया था. मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि वह कोविड 19 वायरस से पीड़ित है, इसके साथ ही यह भी पता चला कि उसे एचआईवी का संक्रमण भी है, जिसका उपचार चल रहा है.

केजीएमयू प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया
इस मामले की पूरी जानकारी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट ने दी. उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब हमारे पास ऐसा मरीज आया है जो दुर्घटना में घायल हुआ और उसकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा वह एचआईवी पॉजिटिव भी पाया गया है. हमारे संस्थान के लिए बेहद खुशी की बात यह है कि मात्र 6 दिनों में यह युवक कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो गया. हालांकि सिर पर चोट लगने की वजह से व्यवहार में असामान्य लग रहा था, लेकिन इलाज के साथ ही उसकी मानसिक स्थिति अब ठीक हो गई है.

केजीएमयू के लिए खुशी की बात
कुलपति ने कहा कि यह व्यक्ति एक साथ तीन समस्याओं से ग्रसित था, जिसका इलाज करने के बाद आज 25 मई को उसे डिस्चार्ज किया गया है. ऐसे मरीज का स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होना, केजीएमयू डॉक्टरों को प्रोत्साहित करता है. क्योंकि एचआईवी के मरीज की प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है और ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण होना मरीज को और अधिक कमजोर बना सकता था. डॉक्टरों की सजगता और लगातार इलाज से अब मरीज स्वस्थ हो गया है.

14 दिनों के लिए किया गया होम क्वारंटाइन
मेडिसिन विभाग के डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि घायल मरीज में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इसके बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था. पिछले 24 घंटे में दो बार जांच रिपोर्ट आई, लेकिन अब उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई, जिसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. हालांकि उसे 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है, जिसके बाद एक बार फिर से उसका परीक्षण किया जाएगा.

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगातार इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाओं के साथ कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है. इस कड़ी में संस्थान में एक ऐसा मरीज भी आया जो एक्सीडेंट में घायल हुआ था. जांच की गई तो वह कोरोना संक्रमित पाया गया और साथ ही उसे एचआईवी भी था. डॉक्टरों ने जब उसका इलाज किया तो वह महज 6 दिनों में ही ठीक हो गया.

सड़क हादसे में घायल कोरोना मरीज हुआ ठीक.

सड़क हादसे में हुआ था घायल
34 वर्षीय एक युवक दिल्ली से गोंडा जा रहा था, रास्ते में सड़क हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसके बाद उसे केजीएमयू में भर्ती कराया गया था. मेडिकल जांच के दौरान पता चला कि वह कोविड 19 वायरस से पीड़ित है, इसके साथ ही यह भी पता चला कि उसे एचआईवी का संक्रमण भी है, जिसका उपचार चल रहा है.

केजीएमयू प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया
इस मामले की पूरी जानकारी किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर एमएलबी भट्ट ने दी. उन्होंने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है, जब हमारे पास ऐसा मरीज आया है जो दुर्घटना में घायल हुआ और उसकी कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. उन्होंने बताया कि इसके अलावा वह एचआईवी पॉजिटिव भी पाया गया है. हमारे संस्थान के लिए बेहद खुशी की बात यह है कि मात्र 6 दिनों में यह युवक कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो गया. हालांकि सिर पर चोट लगने की वजह से व्यवहार में असामान्य लग रहा था, लेकिन इलाज के साथ ही उसकी मानसिक स्थिति अब ठीक हो गई है.

केजीएमयू के लिए खुशी की बात
कुलपति ने कहा कि यह व्यक्ति एक साथ तीन समस्याओं से ग्रसित था, जिसका इलाज करने के बाद आज 25 मई को उसे डिस्चार्ज किया गया है. ऐसे मरीज का स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होना, केजीएमयू डॉक्टरों को प्रोत्साहित करता है. क्योंकि एचआईवी के मरीज की प्रतिरोधक क्षमता काफी कम हो जाती है और ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण होना मरीज को और अधिक कमजोर बना सकता था. डॉक्टरों की सजगता और लगातार इलाज से अब मरीज स्वस्थ हो गया है.

14 दिनों के लिए किया गया होम क्वारंटाइन
मेडिसिन विभाग के डॉ. डी हिमांशु ने बताया कि घायल मरीज में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इसके बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था. पिछले 24 घंटे में दो बार जांच रिपोर्ट आई, लेकिन अब उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई, जिसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. हालांकि उसे 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया गया है, जिसके बाद एक बार फिर से उसका परीक्षण किया जाएगा.

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