लखनऊ : औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी के साथ औद्योगिक विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की, जिसमें संबंधित अधिकारियों को योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के साथ ही सितंबर में प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी में तेजी लाने के निर्देश दिए.
मंत्री नन्दी ने कहा कि 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ऐतिहासिक यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स का आयोजन कराने के बाद अब सितंबर महीने में प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी भी ऐतिहासिक और भव्य होगा, जिसके लिए 72000 करोड़ की 1200 परियोजनाएं धरातल पर उतरने के लिए जहां पूरी तरह तैयार है, वहीं सैकड़ों प्रोजेक्ट स्वीकृति की ओर अग्रसर हैं. ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए 10 लाख करोड़ की योजनाओं को धरातल पर उतारने का जो लक्ष्य है वह जरूर पूरा होगा, वहीं अब ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारी में जल्द ही और रफ्तार आएगी. उद्योग को बढ़ावा देने और उद्यमियों की सहूलियत के लिए 105 उद्यमी मित्रों के चयन की प्रक्रिया पूरी हो गई है, जिनकी 26 मई को ज्वाइनिंग होगी, जिसके बाद उन्हें दो सप्ताह की ट्रेनिंग दी जाएगी. ट्रेनिंग के बाद उद्यमी मित्रों की विभिन्न औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में तैनाती की जायेगी, जो यूपीजीआईएस में प्रस्तावित निवेश को धरातल पर उतारने का कार्य करेंगे.'
समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि 'उद्यमी मित्र के लिए 1387 अभ्यर्थियों ने फार्म भरा था. चयन प्रक्रिया के बाद 105 अभ्यर्थियों की फाइनल लिस्ट तैयार हुई है. जिनमें कार्डिफ, आईआईएम, आईआईटी, आईआईआईटी आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से अध्ययन करने वाले अभ्यर्थी शामिल हैं. समीक्षा बैठक में मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यूपीसीडा में काफी बड़ी संख्या में सिक यूनिट्स हैं, 1000 एकड़ से ज्यादा की भूमि पर खंडहर खड़े हैं. इसकी समीक्षा कर ली जाए एवं पूर्ण समीक्षा करके प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए एवं तद अनुसार प्रभावी कार्यवाही की जाए. मंत्री नंदी ने समीक्षा करते हुए कहा कि नोएडा के द्वारा बरोला से भंगेल तक एलिवेटेड सेतु का कार्य सेतु निगम को दिया गया था, जिसके पूर्ण होने की तिथि दिसंबर 2022 थी. जिसे बढ़ाकर दिसंबर 2023 कर दिया गया. किंतु भौतिक प्रगति को देखते हुए यह कार्य दिसंबर 2023 तक भी पूर्ण होना असंभव है. नोएडा अथॉरिटी द्वारा अनुबंध के अनुसार, धनराशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है. यद्यपि यह महत्वपूर्ण परियोजना मुख्यमंत्री के प्राथमिकता में है. इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री द्वारा मई 2020 में किया गया था तथा इसको दिसंबर 2020 तक पूर्ण करने की योजना विधि प्रमुख सचिव एवं कार्य को निर्धारित समयावधि दिसंबर 23 तक कराएं. बैठक में आईआईडीसी मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण, प्रमुख सचिव अनिल सागर, सीईओ इन्वेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश आदि अधिकारी उपस्थित रहे.
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