लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय व रीडिफ्यूजन की भारत लैब ने देश के युवाओं के दिनचर्या को लेकर सर्वे (Survey on daily routine of youth) किया है. भारत लाइव में कस्बा और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं के 'फील टाइम-किल टाइम' आदतों पर रिसर्च कर रिपोर्ट तैयार कर उसे जारी किया है. इस रिपोर्ट में पाया गया है कि उत्तर प्रदेश के 70 फ़ीसदी युवा अपना समय यूट्यूब और व्हाट्सएप पर अधिक गुजारते हैं. इस सर्वे में लखनऊ विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट विभाग के शोधार्थियों ने प्रदेश के विभिन्न कस्बों व ग्रामीण क्षेत्रों में डिग्री कॉलेज जाने वाले 16 से 25 वर्ष के छात्रों पर रिसर्च कर यह रिपोर्ट तैयार की है.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि रीडिफ्यूजन और लविवि की ओर से लॉन्च किए गए थिंक टैंक 'अपना टाइम आ गया शीर्षक से रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में दिया गया है कि 18% युवा वीकएंड में दोस्तों और विस्तारित परिवार के साथ चार घंटे से अधिक समय बिताते हैं. इस सर्वे में पाया गया है कि प्रदेश के 87% युवा मनोरंजन यह समाचार के लिए अब रेडियो जैसे पुराने उपकरण का प्रयोग नहीं करते हैं. वहीं 24% आबादी अपने खाली समय में टेलीविजन देखना पसंद करती है जबकि अन्य लोग सोशल और ऑनलाइन मीडिया पर समय बर्बाद करते हैं.
इसके अलावा सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि 56% लोग मनोरंजन के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का प्रयोग सबसे अधिक करते हैं. इसमें से भी करीब 70% युवा अन प्लेटफॉर्म ओं की तुलना में यूट्यूब और व्हाट्सएप को सबसे अधिक पसंद कर रहे हैं. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए तो रिपोर्ट में बताया गया है कि यहां का 50% युवा अन्य सभी प्लेटफॉर्मों के अलावा मनोरंजन के लिए नियमित रूप से यूट्यूब का प्रयोग कर रहे हैं.
फिल्म, वेब सीरीज और संगीत सबसे अधिक पसंद: सर्वे में पाया गया है कि लगभग 60% युवा अन्य प्रकार की सामग्री की तुलना में ऑनलाइन मोड में फिल्में और वेब सीरीज देखना सबसे अधिक पसंद करते हैं. इसके अलावा वह ऑनलाइन म्यूजिक सुनना भी काफी अधिक पसंद करते हैं. वहीं 22% युवा नियमित रूप से टेलीविजन पर ही धारावाहिक यह सीरियल देखना पसंद कर रहे हैं. रिपोर्ट में पाया गया कि 16 से 25 वर्ष के युवा यूजी और पीजी की पढ़ाई करने वाले 43% युवा कॉलेज या ट्यूशन में चार से 8 घंटे बिताते हैं.
वहीं 70% युवा घरेलू काम और घर के आस-पास मदद करने में केवल 2 घंटे का ही समय देते हैं. इसके अलावा इस सर्वे रिपोर्ट में बताया गया है कि युवा सोशल मीडिया की बात होती है, तो समाचार, सेक्सी सामग्री और समसामयिक मामलों के लिए सबसे अधिक यूट्यूब को पसंद करते हैं. 16% युवा समाचार और समसामयिक मामलों के लिए आज भी टीवी को ही सबसे उपयुक्त साधन मानते हैं. 60% युवा वेबसाइट और फ़ोन एप्प पर समाचार को पढ़ना पसंद करते हैं. इसके अलावा 32% युवा नियमित रूप से टीवी देखने या ऑनलाइन स्ट्रीम में प्लेटफार्म पर समय बिताना पसंद करते हैं. वहीं 53 फीसदी युवा शैक्षिक सामग्री का उपयोग करने को बेहतर समझते हैं.
इस रिपोर्ट से युवाओं के व्यवहार को समझने में मदद मिलेगी: लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राय का कहना है कि इस अध्ययन से युवाओं को समझने और उनके लिए नए रास्ते खोलने के अवसर प्राप्त होंगे. हमारा देश युवाओं का देश है ऐसे में वह अपना समय कैसे व्यतीत करते हैं और किस मीडिया का उपयोग सबसे अधिक करते हैं यह जानना सबसे अहम है. वहीं रीडिफ्यूजन अध्यक्ष डॉ. संदीप गोयल ने बताया कि यूट्यूब और व्हाट्सएप की प्रधानता उपयोग में उनकी पहुंच सभी तक होने को दर्शाती है.
उन्होंने कहा कि अध्ययन आज के युवाओं के मानसिक स्थिति को समझने के साथ ही उनकी जरूरतों को भी समझने में काफी सहायक है. इस सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षण संस्थाएं सरकार को यह सुझाव दे सकती है कि आने वाले समय में युवाओं के लिए सरकार क्या कदम उठाए जिससे उनके समस्याओं को हल किया जा सके. साथी उनके लिए बेहतर अवसर भी प्रदान हो.
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