लखनऊ: कोरोना के कारण लॉकडाउन अवधि के दौरान महामारी से निपटने के लिए उत्तर रेलवे लगातार प्रयासरत है. उत्तर रेलवे के आलमबाग कारखाने ने लखनऊ मंडल के लिए घरेलू स्तर पर ऑसिलेशन मॉनिटरिंग सिस्टम रिकॉर्डिंग कार तैयार की है. उत्तर एवं उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने बताया कि उत्तर रेलवे ने कोविड 19 लॉकडाउन व अनलॉक अवधि का उपयोग हर तरह की दक्षता और कार्य-निष्पादन के अवसर बढ़ाने के लिए किया गया है.
राजीव चौधरी ने बताया कि इन-हाउस फैब्रिकेटेड ओएमएस (ऑसिलेशन मॉनिटरिंग सिस्टम) रिकॉर्डिंग कार नंबर 15734 लखनऊ मंडल के लिए तैयार की गई है. अब मंडल अपने डी एवं ई श्रेणी के मार्गों की ट्रैक राइडिंग क्वालिटी की निगरानी में आत्मनिर्भर हो जाएगा. इसी कार पर ओएमएस सिस्टम का उपयोग करने से ट्रैक निगरानी की प्रभावकारिता और विश्वसनीयता भी बढ़ेगी. इस ओएमएस रिकॉर्डिंग कार के दोनों सिरों पर बड़ी निरीक्षण खिड़कियों वाले निरीक्षण लाउंज हैं. इसमें मॉड्यूलर किचन, डबल बेड रूम हैं, जिनके साथ बाथरूम संलग्न हैं.
अत्याधुनिक प्रणाली का उपयोग
महाप्रबंधक ने बताया कि यहां पर यह उल्लेख करना उचित है कि ऑसिलेशन मॉनिटरिंग सिस्टम रिकॉर्डिंग कार में पटरियों और रेलवे वाहनों की स्थिति का पता लगाने के लिए अत्याधुनिक प्रणाली लगाई गई है. ओएमएस किसी भी चहेते स्थान पर लगातार गति में रहते हुए गाड़ी के फर्श पर ऊर्ध्वाधर और पार्श्व त्वरण को मापता है. ओएमएस तकनीक हाई स्पीड ट्रेन की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, क्योंकि यह ट्रैक की निरंतर निगरानी कर सकता है.
नई खोजों में जुटा है रेलवे प्रशासन
बता दें कि भारतीय रेलवे लगातार इन दिनों कुछ न कुछ नई खोज करने में जुटा हुआ है, जो आने वाले दिनों में रेलवे के साथ ही देश के लिए भी बेहतर साबित होने वाले हैं. रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि कुछ नए बेहतरीन प्रयोग भी चल रहे हैं, जिनका जल्द परिणाम भी सामने आएगा.