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कोरोना से जंग के लिए रेलवे के आइसोलेशन कोच हैं तैयार

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Published : Jun 25, 2020, 3:37 PM IST

बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए रेलवे ने भी तैयारी की है. ट्रेनों को आइसोलेशन कोच में बदला गया है ताकि जरुरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके. राज्य के कई जिलों में रेलवे ने आइसोलेशन कोच तैयार किए हैं.

isolation train
ट्रेन के कोच को बनाया गया आइसोलेशन वार्ड.

लखनऊः प्रदेश में कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार ने ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया है. प्रदेश के कई जिलों के स्टेशनों पर इन आइसोलेटेड वार्ड वाली ट्रेनों को खड़ा किया गया है. सरकार हॉस्पिटल में बेडों की कमी की जगह इन ट्रेनों का प्रयोग कर सकती है.

ट्रेन के कोचों को बनाया जा रहा आइसोलेशन वार्ड.

किन जिलों के स्टेशनों पर खड़ी हैं आइसोलेशन वार्ड वाली ट्रेन

आगराः जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. यहां शहर से देहात तक में कोरोना ने तांडव मचा रखा है. जिले के कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों की बात करें तो यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1147 पहुंच गई है. इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी 79 हो गया है, जो प्रदेश में टॉप पर है. ऐसे में यदि हालात और खराब होते हैं तो आगरा में रेलवे के तैयार किए गए आईसोलेटेड कोचों को हॉस्पिटल की तरह उपयोग किया जाएगा.

आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि रेल मंत्रालय के निर्देश पर पहले 20 आइसोलेटेड कोच तैयार किए गये हैं, जो रेडी टू मूव की स्थिति में हैं. अब फिर से 10 नए आइसोलेटेड कोच तैयार किए गए हैं. इन कोचों में पहले के आईसोलेटेड कोच की अपेक्षा अपग्रेड किए जाएंगे.

गोरखपुरः जिले में आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार की जा चुकी ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधा से लैस करके खड़ी की जा चुकी हैं. सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इस जोन में कुल 217 कोच को आइसोलेशन वार्ड कोच के रूप में तब्दील किया गया है. एक ट्रेन में एसएलआर बोगी को लेकर कुल 12 कोच लगाए गए हैं, जिनमें से 10 बोगी स्लीपर और एक एसी कोच है. प्रत्येक कोच में दो टॉयलेट के साथ दो बाथरूम भी तैयार करा दिया गया है.

झांसीः झांसी मण्डल में इससे पहले रेलवे ने कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदलने का काम शुरू हुआ था. रेलवे ने 20 कोचों में खास तरह के इंतजाम करते हुए इन्हें आइसोलेशन वार्ड का रूप दे दिया है. हालांकि जनपद में अभी तक इन आइसोलेशन कोचों के उपयोग की जरूरत नहीं पड़ी है. फिलहाल रेलवे अपने स्तर पर तैयारी पूरी होने का दावा कर रहा है.

इसे भी पढ़ें- बेटे की भूख पर गरीब बाप ने लगाई हथकड़ी, पेड़ में जंजीरों से बांधा

मिर्जापुरः जनपद रेलवे स्टेशन पर 5 जून को 10 कोच की ट्रेन पहुंची. बताया जाता है कि इसमें आगे चलकर 9 कोच और लगाए जाएंगे. हर एक कोच में 16 मरीजों को रखने की व्यवस्था की गई है. जिले में बने कोविड-19 अस्पताल अगर फुल हो जाते हैं तो इसका इस्तेमाल किया जाएगा.

वाराणसीः जिले में इसे लेकर पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंडल के डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने बताया कि वाराणसी मंडल के अधीन आने वाले मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन, वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन, भटनी रेलवे स्टेशन, बलिया और मऊ रेलवे स्टेशनों पर 32 कोविड-19 स्पेशल कोच लगाए जा चुके हैं. वाराणसी के मंडुवाडीह में एक रैक, सिटी स्टेशन पर एक रैक, बलिया में एक, मऊ में दो और भटनी में दो रैक फिलहाल लगा दिए गए हैं.

लखनऊः प्रदेश में कोरोना के कहर को देखते हुए सरकार ने ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया है. प्रदेश के कई जिलों के स्टेशनों पर इन आइसोलेटेड वार्ड वाली ट्रेनों को खड़ा किया गया है. सरकार हॉस्पिटल में बेडों की कमी की जगह इन ट्रेनों का प्रयोग कर सकती है.

ट्रेन के कोचों को बनाया जा रहा आइसोलेशन वार्ड.

किन जिलों के स्टेशनों पर खड़ी हैं आइसोलेशन वार्ड वाली ट्रेन

आगराः जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. यहां शहर से देहात तक में कोरोना ने तांडव मचा रखा है. जिले के कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों की बात करें तो यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 1147 पहुंच गई है. इसके साथ ही मौतों का आंकड़ा भी 79 हो गया है, जो प्रदेश में टॉप पर है. ऐसे में यदि हालात और खराब होते हैं तो आगरा में रेलवे के तैयार किए गए आईसोलेटेड कोचों को हॉस्पिटल की तरह उपयोग किया जाएगा.

आगरा रेल मंडल के पीआरओ एसके श्रीवास्तव ने बताया कि रेल मंत्रालय के निर्देश पर पहले 20 आइसोलेटेड कोच तैयार किए गये हैं, जो रेडी टू मूव की स्थिति में हैं. अब फिर से 10 नए आइसोलेटेड कोच तैयार किए गए हैं. इन कोचों में पहले के आईसोलेटेड कोच की अपेक्षा अपग्रेड किए जाएंगे.

गोरखपुरः जिले में आइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार की जा चुकी ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर पूरी तरह से स्वास्थ्य सुविधा से लैस करके खड़ी की जा चुकी हैं. सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इस जोन में कुल 217 कोच को आइसोलेशन वार्ड कोच के रूप में तब्दील किया गया है. एक ट्रेन में एसएलआर बोगी को लेकर कुल 12 कोच लगाए गए हैं, जिनमें से 10 बोगी स्लीपर और एक एसी कोच है. प्रत्येक कोच में दो टॉयलेट के साथ दो बाथरूम भी तैयार करा दिया गया है.

झांसीः झांसी मण्डल में इससे पहले रेलवे ने कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदलने का काम शुरू हुआ था. रेलवे ने 20 कोचों में खास तरह के इंतजाम करते हुए इन्हें आइसोलेशन वार्ड का रूप दे दिया है. हालांकि जनपद में अभी तक इन आइसोलेशन कोचों के उपयोग की जरूरत नहीं पड़ी है. फिलहाल रेलवे अपने स्तर पर तैयारी पूरी होने का दावा कर रहा है.

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मिर्जापुरः जनपद रेलवे स्टेशन पर 5 जून को 10 कोच की ट्रेन पहुंची. बताया जाता है कि इसमें आगे चलकर 9 कोच और लगाए जाएंगे. हर एक कोच में 16 मरीजों को रखने की व्यवस्था की गई है. जिले में बने कोविड-19 अस्पताल अगर फुल हो जाते हैं तो इसका इस्तेमाल किया जाएगा.

वाराणसीः जिले में इसे लेकर पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. मंडल के डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने बताया कि वाराणसी मंडल के अधीन आने वाले मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन, वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन, भटनी रेलवे स्टेशन, बलिया और मऊ रेलवे स्टेशनों पर 32 कोविड-19 स्पेशल कोच लगाए जा चुके हैं. वाराणसी के मंडुवाडीह में एक रैक, सिटी स्टेशन पर एक रैक, बलिया में एक, मऊ में दो और भटनी में दो रैक फिलहाल लगा दिए गए हैं.

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