लखनऊ : आजकल वाट्सएप के जरिए अश्लील वीडियो कॉल कर लोगों को फंसाने की घटनाओं की जैसे बाढ़ आई हुई है. इस तरह की ज्यादातर घटनाओं में अनपढ़ और गरीब लोगों की अपेक्षा पैसे वाले और पढ़े-लिखे लोग ज्यादा शिकार बनाए जा रहे हैं. तमाम मामलों में लोग ब्लैकमेल होते रहते हैं और बदनामी के भय से कभी पुलिस के सामने नहीं आते, जिससे घटनाओं का खुलासा भी नहीं हो पाता. ऐसी ही एक घटना हाल ही में एक समीक्षा अधिकारी के साथ हुई, जिसके बाद उसने केस दर्ज कराया. कुछ माह पूर्व एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ भी ऐसा वाकया हुआ था, तब उन्होंने भी केस दर्ज कराया था. इतनी घटनाएं होने के बाद भी आखिर लोग क्यों सजग नहीं रहते और ठगी के शिकार हो जाते हैं, यह एक चिंता का विषय है. लोगों को जागरूक होना चाहिए और यदि वह किसी ऐसी घटना का शिकार हो गए हैं, तो उन्हें बिना देर किए पुलिस के पास जाना चाहिए. ऐसा करके ठगी और शोषण से बचा जा सकता है.
एक व्यक्ति को गंवाने पड़े 83 हजार रुपये : इसी साल सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में बांदा जिले के एक व्यक्ति को 83 हजार रुपये गंवाने पड़े. घटना के बाद ठगी के शिकार व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसे फोन पर अनजान नंबर से वाट्सएप कॉल आई, जिसमें अश्लील वीडियो दिखाई दे रहा था. कुछ देर बाद एक लाख रुपये की मांग की जाने लगी. कहा गया कि यदि रुपये नहीं दिए गए, तो वीडियो वायरल कर दिया जाएगा. इसके कुछ देर बाद फोन आने शुरू हो गए. उसे सीबीआई का नाम लेकर धमकाया जाने लगा. भयवश पीड़ित ने 83 हजार रुपये कॉल करने वाले के खाते में ट्रांसफर कर दिए. दोबारा पैसों की मांग होने पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. यह कोई अकेला प्रकरण नहीं है. बीते माह ग्रेटर नोएडा में एक अधिवक्ता को भी निशाना बनाया गया था. वाट्सएप कॉल के दौरान एक महिला ने उन्हें अश्लील वीडियो के जाल में फंसा लिया, बाद में महिला ने वीडियो डिलीट करने के नाम पर पैसों की मांग शुरू कर दी. इसके बाद पीड़ित ने मुकदमा दर्ज कराया.
एक गिरोह का हुआ खुलासा : ऐसा ही मामला हाल ही में लखनऊ में भी सामने आया, जहां एक अधिकारी को जाल में फंसाया गया. इस मामले में भी पीड़ित के पास एक अनजान नंबर के वाट्सएप वीडियो कॉल आई. कॉल उठते ही दूसरी ओर से अश्लीलता परोसी जाने लगी. बाद में वीडियो यू ट्यूब पर अपलोड करने की धमकी देख पैसों की मांग की जाने लगी, जिसके बाद राजधानी के इंदिरानगर थाने में केस दर्ज कराया गया. विगत 23 अक्टूबर को गाजियाबाद में साइबर सेल ने अश्लील वीडियो बनाकर लोगों से ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया, जिसमें पता चला कि आरोपियों ने लगभग पांच सौ लोगों से करीब बाइस करोड़ रुपये की उगाही की थी. यह गिरोह एक किराए के फ्लैट से अपना अड्डा चला रहा था. पुलिस ने मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया था. मामले में पुलिस ने बताया था कि आरोपी एक सोशल साइट के माध्यम के साथ ही वाट्सएप पर भी लोगों को अश्लील वीडियो कॉल करते थे. लोगों के जाल में फंस जाने के बाद उनसे पैसों की डिमांड की जाती थी.
'अनजाने में भी ऐसी चीजों के हो जाते हैं शिकार' : इस संबंध में राजधानी के सिविल अस्पताल में कार्यरत मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति सिंह कहती हैं 'ऐसे मामलों में दो चीजें हो सकती हैं. एक तो जो वीडियो कॉल रिसीव कर रहा है, वह अनभिज्ञ है और उसे पता ही नहीं है कि किसकी कॉल है. क्योंकि कई बार ऐसे फोन या वीडियो कॉल आ जाती हैं, जिनमें सिर्फ नंबर होते हैं. ऐसे में वह जान नहीं पाता है कि किसकी कॉल है. वहीं दूसरी किस्म के लोग यौन कुंठाओं के शिकार होते हैं. इस किस्म के लोग वीडियो में ऐसी चीजें देखते रहते हैं और उन्हें यौन उत्तेजना होती है. ऐसे लोग भी उत्तेजक वीडियो कॉल उठा लेते हैं. हालांकि उनके दिमाग में भी यह नहीं रहता कि वह इससे फंस सकते हैं. जो लोग ऐसे वीडियो के जाल में फंस जाते हैं, उन्हें डर होता है कि यदि बात समाज में फैली, तो लोग क्या कहेंगे. यही कारण है कि ऐसे लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं. दूसरी प्रवृत्ति के लोगों को भी नहीं लगता कि यह वीडियो लीक हो जाएगा. कुछ लोग अनजाने में भी ऐसी चीजों के शिकार हो जाते हैं.'
'अनजान नंबर की वीडियो कॉल न उठाएं' : वह बताती हैं कि 'हो सकता है कि ओपीडी में भी ऐसे रोगी आते हों, वह यह बताते होंगे कि मुझे बहुत घबराहट होती है. एंजाइटी हो रही है. नींद नहीं आ रही है. उसका मेन रूट कॉज यह भी हो सकता है. ऐसे लोग कारण नहीं बताते, क्योंकि वह इन चीजों का ब्यौरा नहीं बताना चाहते. हां, लक्षण लेकर जरूर आते होंगे. ऐसे प्रकरणों से बचने के लिए मैं कहना चाहती हूं कि लोग जागरूक बनें और ठगी से बचें. ऐसे अनजान नंबर की वीडियो कॉल को कदापि न उठाएं, जिन्हें आप जानते ही नहीं. वाट्सएप कॉल पर भी उठाने से परहेज करना चाहिए. जो लोग ऐसी गतिविधियों में शामिल रहते हैं, उनके लिए भी यह मैसेज है कि वह सुरक्षित वेब साइट्स पर ही अपेक्षित सामग्री देखें. अनजान वीडियो कॉल किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करनी है. यदि कभी गलती या अनजाने में कोई कॉल रिसीव भी हो गई है, तो डरना नहीं है. आप साइबर क्राइम में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. वह आपकी मदद करेंगे.'