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Yogi Government: योगी सरकार में हर दिन दो अपराधी हो रहे लंगड़े, हर माह ढेर हो रहे दो बदमाश - यूपी में घायल अपराधियों का रिकॉर्ड

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन भी शरू हो गया था. इसी के चलते यूपी पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है. साथ ही हर रोज दो अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान लंगड़ा भी कर रही है. आइए आनते हैं साल 2017 से अब तक कितने अपराधी हुए ढेर और घायल.

Yogi Government
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Published : Mar 10, 2023, 3:08 PM IST

Updated : Mar 11, 2023, 2:22 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते छह सालों में यूपी पुलिस ने हर रोज दो अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान लंगड़ा किया है. इतना ही नहीं हर महीने जरायम की दुनिया में नाम कमा चुके दो कुख्यात अपराधियों को ढेर भी किया गया है. पुलिस के आंकड़े बताते है कि राज्य में योगी सरकार बनते ही पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल और अवध से लेकर बुंदेलखंड तक अपराधियों पर जम पर कार्रवाई हुई है, जिसके चलते माफियाओं के घुटने कांपने लगे है.

डाकू गौरी यादव का एनकाउंटर.                                       फाइल फोटो
डाकू गौरी यादव का एनकाउंटर. फाइल फोटो

अपराधियों पर पुलिस ने जम कर ढहाया कहर
प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के लिए तीन रास्ते खुले छोड़े थे. इसमें एक रास्ता जेल का था. दूसरा यमराज के पास और तीसरा राज्य की सीमा पार. लिहाजा बीते छह सालों में यूपी पुलिस ने 178 कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया तो 23 हजार 32 को सलाखों के पीछे भेजा गया. इतना ही नहीं कभी पुलिस को अपने पीछे-पीछे भगाने वाले 4900 अपराधियों के पैर पर मुठभेड़ के दौरान गोली लगी, जिससे वो जीवनपरियंत के लिए लंगड़े हो गए, जो अब भागना तो दूर ठीक से चलने को भी तरस रहे है. हालांकि कुछ मुठभेड़ में पुलिस ने अपने 15 जाबाज कर्मियों को भी खोया है.

मुख्तार अंसारी के गुर्गे हनुमान पांडे को एनकाउंटर में किया ढेर .   फाइल फोटो
मुख्तार अंसारी के गुर्गे हनुमान पांडे को एनकाउंटर में किया ढेर . फाइल फोटो

सरकार बनने के दूसरे साल 41 तो इस साल अब तक 9 हुए ढेर
वर्ष 2018 में यूपी पुलिस ने लखनऊ में आतंक का दूसरा रूप बन चुके बवारिया गिरोह के 4 डकैत के साथ-साथ गाजियाबाद, कानपुर समेत दर्जनों जिलों में कुल 41 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में पुलिस ने मार गिराया था. ये संख्या अब तक बीते छह सालों में सबसे अधिक है. अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, वर्ष 2017 में 28, 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 में 26, 2021 में 26 , 2022 में 14 और 2023 में अब तक 9 अपराधी मारे गए हैं.

साढ़े दस हजार एनकाउंटर में 4900 अपराधी हुए लंगड़े
वर्ष 2017 को यूपी में योगी सरकार बनते ही प्रदेश में ऑपरेशन क्लीन शुरू हुआ. इसके तहत अपराधियों की धड़पकड़ तेज की गई. राज्य के 23 हजार 32 उन अपराधियों को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा, जो अब तक किसी न किसी की सरपरस्ती में बचते रहे थे. 2017 से अब तक राज्य में हर दिन 4 पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़ हुई है. यानी की बीते छह वर्षों 10,500 एनकाउंटर हुए. इसमें 4900 अपराधियों के पैर पर गोली लगी. हालांकि इस धारण 1425 पुलिसकर्मी भी घायल हुए है.

10 जिलों में सबसे अधिक हुई है कार्रवाई
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी के 10 जिलों में पुलिस की तरफ से बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है. इनमें आगरा में 14 ढेर और 258 घायल, प्रयागराज में 9 ढेर और 101 घायल, बरेली में 7 ढेर और 437 घायल, गोरखपुर में 7 ढेर और 196 घायल, कानपुर में 5 ढेर और 117 घायल, लखनऊ में 11 ढेर और 331 घायल, मेरठ में 63 ढेर और 1708 घायल, वाराणसी 19 ढेर और 229 घायल, लखनऊ कमिश्नरेट 8 ढेर और 66 घायल, गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट 9 ढेर और 702 घायल, वाराणसी कमिश्नरेट 7 ढेर और 25 घायल, कानपुर कमिश्नरेट 4 ढेर और 176 घायल, आगरा कमिश्नरेट 6 ढेर और 80 घायल, गाजियाबाद कमिश्नरेट 6 ढेर और 366 घायल. जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट 3 ढेर और 58 घायल हुए हैं.

यह भी पढ़ें- Lucknow News : पांच दशक बाद सरकार वापस लेगी 380 बीघा जमीन, चकबंदी में अफसरों ने किया था घालमेल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते छह सालों में यूपी पुलिस ने हर रोज दो अपराधियों को मुठभेड़ के दौरान लंगड़ा किया है. इतना ही नहीं हर महीने जरायम की दुनिया में नाम कमा चुके दो कुख्यात अपराधियों को ढेर भी किया गया है. पुलिस के आंकड़े बताते है कि राज्य में योगी सरकार बनते ही पश्चिमी यूपी से लेकर पूर्वांचल और अवध से लेकर बुंदेलखंड तक अपराधियों पर जम पर कार्रवाई हुई है, जिसके चलते माफियाओं के घुटने कांपने लगे है.

डाकू गौरी यादव का एनकाउंटर.                                       फाइल फोटो
डाकू गौरी यादव का एनकाउंटर. फाइल फोटो

अपराधियों पर पुलिस ने जम कर ढहाया कहर
प्रदेश के मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के लिए तीन रास्ते खुले छोड़े थे. इसमें एक रास्ता जेल का था. दूसरा यमराज के पास और तीसरा राज्य की सीमा पार. लिहाजा बीते छह सालों में यूपी पुलिस ने 178 कुख्यात अपराधियों को ढेर कर दिया तो 23 हजार 32 को सलाखों के पीछे भेजा गया. इतना ही नहीं कभी पुलिस को अपने पीछे-पीछे भगाने वाले 4900 अपराधियों के पैर पर मुठभेड़ के दौरान गोली लगी, जिससे वो जीवनपरियंत के लिए लंगड़े हो गए, जो अब भागना तो दूर ठीक से चलने को भी तरस रहे है. हालांकि कुछ मुठभेड़ में पुलिस ने अपने 15 जाबाज कर्मियों को भी खोया है.

मुख्तार अंसारी के गुर्गे हनुमान पांडे को एनकाउंटर में किया ढेर .   फाइल फोटो
मुख्तार अंसारी के गुर्गे हनुमान पांडे को एनकाउंटर में किया ढेर . फाइल फोटो

सरकार बनने के दूसरे साल 41 तो इस साल अब तक 9 हुए ढेर
वर्ष 2018 में यूपी पुलिस ने लखनऊ में आतंक का दूसरा रूप बन चुके बवारिया गिरोह के 4 डकैत के साथ-साथ गाजियाबाद, कानपुर समेत दर्जनों जिलों में कुल 41 कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ में पुलिस ने मार गिराया था. ये संख्या अब तक बीते छह सालों में सबसे अधिक है. अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक, वर्ष 2017 में 28, 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 में 26, 2021 में 26 , 2022 में 14 और 2023 में अब तक 9 अपराधी मारे गए हैं.

साढ़े दस हजार एनकाउंटर में 4900 अपराधी हुए लंगड़े
वर्ष 2017 को यूपी में योगी सरकार बनते ही प्रदेश में ऑपरेशन क्लीन शुरू हुआ. इसके तहत अपराधियों की धड़पकड़ तेज की गई. राज्य के 23 हजार 32 उन अपराधियों को पुलिस ने सलाखों के पीछे भेजा, जो अब तक किसी न किसी की सरपरस्ती में बचते रहे थे. 2017 से अब तक राज्य में हर दिन 4 पुलिस और अपराधियों की मुठभेड़ हुई है. यानी की बीते छह वर्षों 10,500 एनकाउंटर हुए. इसमें 4900 अपराधियों के पैर पर गोली लगी. हालांकि इस धारण 1425 पुलिसकर्मी भी घायल हुए है.

10 जिलों में सबसे अधिक हुई है कार्रवाई
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यूपी के 10 जिलों में पुलिस की तरफ से बदमाशों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई है. इनमें आगरा में 14 ढेर और 258 घायल, प्रयागराज में 9 ढेर और 101 घायल, बरेली में 7 ढेर और 437 घायल, गोरखपुर में 7 ढेर और 196 घायल, कानपुर में 5 ढेर और 117 घायल, लखनऊ में 11 ढेर और 331 घायल, मेरठ में 63 ढेर और 1708 घायल, वाराणसी 19 ढेर और 229 घायल, लखनऊ कमिश्नरेट 8 ढेर और 66 घायल, गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट 9 ढेर और 702 घायल, वाराणसी कमिश्नरेट 7 ढेर और 25 घायल, कानपुर कमिश्नरेट 4 ढेर और 176 घायल, आगरा कमिश्नरेट 6 ढेर और 80 घायल, गाजियाबाद कमिश्नरेट 6 ढेर और 366 घायल. जबकि प्रयागराज कमिश्नरेट 3 ढेर और 58 घायल हुए हैं.

यह भी पढ़ें- Lucknow News : पांच दशक बाद सरकार वापस लेगी 380 बीघा जमीन, चकबंदी में अफसरों ने किया था घालमेल

Last Updated : Mar 11, 2023, 2:22 PM IST
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