लखनऊः डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ हो रहे हिंसा को रोकने के लिए शुक्रवार को प्रदेश भर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रदर्शान किया. विरोध-प्रदर्शन के दौरान डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ नर्सिंग स्टाफ से मारपीट अभद्रता करने वालों के खिलाफ सरकार से सख्त कार्रवाई करने की मांग की. काले कपड़े बांधकर बड़ी संख्या में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया. लखनऊ में प्रदर्शन के दौरान डॉक्टर सूर्यकांत ने कहा कि जब हमने मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई किया तब हमें यह नहीं मालूम था कि लोगों की जान बचाने के बाद हमारी ही जान के ऊपर ही संकट आएगा. यह बहुत ही दुखद बात है और इसकी हम भर्त्सना करते हैं. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि 2013 का जो मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट है, उसके तहत जो लोग डॉक्टरों के साथ अभद्रता करते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
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वाराणसी में भी प्रदर्शन
वहीं, वाराणसी में भी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर डॉक्टरों द्वारा प्रोस्टेट डे मनाया गया. डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण रूप से अपना विरोध दर्ज कराया. इस दौरान आईएमए उपाध्यक्ष डॉ. अशोक राय ने कआए दिन चिकित्सकों पर हमला एवं चिकित्सालयों में तोड़फोड़ की घटनाएं ये परिलक्षित करती हैं कि समाज के लोगो को उनके योगदान की लोग कद्र नहीं कर रहे. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने इसी मुद्दे पर भारत सरकार के प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्री मांग पत्र वाराणसी के उच्च अधिकारियों को सौंपा हैं.