लखनऊः राजधानी लखनऊ को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए नगर निगम और लखनऊ विकास प्राधिकरण लगातार प्रयास कर रहा है. शहर में रहने वालों के साथ-साथ आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए शहर को सुविधाओं से लैस किया जा रहा है. वहीं शहर के विकास में पुलिस विभाग ही अब रोड़ा बन रहा है. शहर भर में अवैध रूप से बनी पुलिस चौकियां अब लखनऊ विकास प्राधिकरण के लिए नई समस्या बन गई है.
ये पुलिस चौकियां अवैध भवनों में ही नहीं बल्कि फुटपाथ और नालों पर भी बना दी गई हैं. सालों से पुलिस विभाग यहां से कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती भी कर रहा है. ये चौकियां भले ही लोगों की सुरक्षा के लिहाज से बनाई गई हों, पुलिस की गश्त और सिपाहियों के ठहरने को लेकर चौकियां बनाई गई हो, लेकिन यह पूरी तरह से अवैध भूमि पर हुए निर्माण की बुनियाद पर खड़ी हैं. यह कोई एक दो जगह पर नहीं हैं, बल्कि राजधानी के हर इलाके में इस तरह से चौकियां संचालित हैं.
हर इलाके में हैं अवैध पुलिस चौकियां
यह हाल राजधानी लखनऊ के हर इलाके का है, जहां पर अवैध रूप से पुलिस चौकियां बनाई गई हैं. पुलिस का कोई भी अधिकारी इन अवैध निर्माण की बुनियाद पर बनाई गई पुलिस चौकियों पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. इस बारे में कई पुलिस अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
स्मार्ट सिटी बनाने के प्रयास में रोड़ा बन रही हैं ये चौकियां
लखनऊ नगर निगम शहर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित प्रयास में लगा हुआ है और लखनऊ नगर निगम के इन प्रयासों में लखनऊ की जनता सहयोग भी कर रही है. लेकिन जिस तरह से लखनऊ पुलिस नालों पर अतिक्रमण करके चौकियां बना रही है इससे नगर निगम का निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा है. ऐसे में नगर निगम का लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने का सपना पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं है.
क्या कहते हैं नगर निगम के अधिकारी
वहीं इस बारे में अपर नगर आयुक्त अमित कुमार का कहना है कि जहां कहीं भी अतिक्रमण हो रहा है, उस पर कार्रवाई की जा रही है. बावजूद इसके यदि कहीं पर कोई अतिक्रमण करता है या संबंधित विभाग अतिक्रमण करता है तो विभाग के अध्यक्षों से बात कर इस समस्या का समाधान कराया जाएगा.
अवैध निर्माण करके बनाई गईं पुलिस चौकियां हटाई जाएं
वहीं लखनऊ जन कल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने कहा कि लखनऊ स्मार्ट सिटी का रूप ले रहा है. शहर को स्मार्ट बनाए रखने की जिम्मेदारी सरकार के साथ आम जनता की भी है. दुर्भाग्य की बात है कि हम शहर को खूबसूरत तो बनाना चाहते हैं, लेकिन तमाम जगहों पर ग्रीन बेल्ट पर अवैध तरीके से पुलिस चौकियां बनाई गई हैं, पुलिस चौकी पुलिस बूथ के नाम पर अवैध अतिक्रमण करके निर्माण किए गए हैं. ऐसी स्थिति में स्मार्ट कैसे बनेगा यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है.
उन्होंने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि नगर निगम, आवास विकास परिषद लखनऊ विकास प्राधिकरण की जमीन चिन्हित करके पुलिस चौकी बनाई जाए. जिससे शहर खूबसूरत नजर आए. इसके अलावा जहां पर भी अवैध निर्माण करके ये चौकी बनाई गई हैं उनको वहां से हटाया जाए.