लखनऊ: राजधानी में आईएएस दंपत्ति का झगड़ा (IAS couple quarrel ) बेडरूम से थाने तक पहुंच गया है. महिला आईएएस अधिकारी ने अपने पति के खिलाफ गंभीर मामलों में एफआईआर दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया है कि उसके पति रिटायर्ड आईएएस बाला प्रसाद अवस्थी शारीरिक रूप से अक्षम है और वो इस बात को पिछले 32 साल से छुपा रहे थे व उल्टा उन पर शारीरिक अक्षमता का आरोप लगाते हुए मारपीट कर प्रताड़ित कर रहे थे. गोमतीनगर पुलिस ने (Gomtinagar Police Station) केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. दरअसल, प्रदेश में अहम पद पर तैनात वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारी ने बताया कि उनकी शादी 5 मई, 1990 में हुई थी. हनीमून के दौरान ही उनके पति शारीरिक तौर पर अक्षम होने की जानकारी हो गई थी. इसके बाद से पति ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था. महिला अधिकारी ने यह भी आरोप लगाया कि उनका पति दूसरी महिलाओं से संबंध बनाने की धमकी देते थे. साथ ही मानसिक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करने लगे थे.
एफआईआर में महिला अधिकारी ने बताया कि एक दिन तो उनके पति ने हाथ तक तोड़ने की कोशिश की थी. यही नहीं उनके साथ आर्थिक शोषण भी किया है. पीड़ित महिला अधिकारी के मुताबिक उनके पति उनका आर्थिक तौर पर शोषण करते थे. महिला अधिकारी को उसकी सैलरी भी नहीं निकालने देते थे. उनकी पति से ज्यादा सैलरी होने के बाद भी 2004 तक अपने वेतन में से मात्र छह हजार रुपये ही घर खर्च के लिए पति से मिलते थे. ज्यादा पैसे मांगने पर पिटाई होती थी.
इसे भी पढ़ें - एम्बुलेंस में दो दिनों में चार बच्चों का जन्म, परिजनों ने चालक का आभार जताया
साल 2015 में पति ने सैलरी एकाउंट में हेराफेरी कर खुद का नाम जुड़वा लिया. जाली दस्तखत बनाकर कई लेन-देन भी किए थे. साथ ही फर्जी ईमेल आईडी बनाकर पांच लाख रुपये महिला के भाई से मांगे थे. वहीं, प्रॉपर्टी को भी गलत तरीके से अपने नाम करवा लिया. महिला अधिकारी ने अपने पति पर कोरोना की जांच छुपाने के भी आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि उनके पति बाला प्रसाद कोरोना से पीड़ित थे. लेकिन उन्होंने बताया नहीं जिसके कारण वो और उनकी मां भी कोविड पोसिटिव हो गई थीं.
पुलिस के मुताबिक महिला आईएएस की तहरीर पर रिटायर आईएएस पति बाला प्रसाद अवस्थी के खिलाफ घरेलू हिंसा, धोखाधड़ी और आईटी एक्ट समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. जांच और साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप