लखनऊ : किसी की कोरोना काल में नौकरी गई तो किसी को महंगे शौक का चस्का और बस जरूरत पूरी करने के लिए ऐसे कपल निकल पड़े सड़कों पर घटना को अंजाम देने. बीते दिनों लखनऊ में ऐसे कई कपल गिरफ्तार हुए हैं, जिन्होंने कई स्ट्रीट क्राइम के मामलों को अंजाम दिया है.
महंगे शौक पूरे करने के लिए पति-पत्नी बने जहरखुरानी : पत्नी अमीर लोगों को फंसाती और पति उन्हें लूट लेता और इस अपराध को दोनों मिलकर अंजाम देते. कुछ दिन पूर्व राजधानी पुलिस ने कन्नौज जिले की अंकिता और उसके पति अमित को अंबेडकर चौराहे के पास से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने खुलासा किया था कि ये पति-पत्नी मिलकर अमीर व्यापारियों को फंसाकर लूटने का काम करते थे. पुलिस के मुताबिक, लखनऊ में भी इन्होंने 27 मार्च को पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट नागेंद्र सिंह को अपना शिकार बनाया था. महिला अंकिता ने फेसबुक से नागेंद्र को प्यार के झांसे में फंसाया और फिर सन्नाटे में बुलाकर उसे जहरीला खिलाकर बेहोश कर दिया. जिसके बाद उसके पति ने उससे चेन, अंगूठी और सोने का कड़ा लूट लिया था. आरोपी अंकिता ने जेएनएम और अमित ने बीए किया है. दोनों कोरोना काल के बाद से ही बेरोजगार हुए. बाद में काफी तलाशने के बाद भी इन्हें नौकरी नहीं मिल सकी. पूछताछ में दोनों ने बताया था कि उन्हें महंगे शौक ने घेर रखा था. नौकरी थी नहीं इस वजह से वो कोई भी शौक पूरा नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में दोनों ने लोगों के साथ जहरखुरानी करने की प्लानिंग कर ली थी.
नौकरी गई तो करने लगे लूट : हजरतगंज पुलिस ने ऐसे पति-पत्नी को गिरफ्तार कर खुलासा किया था जो लड़कियों और महिलाओं के मोबाइल फोन को लूटते थे. पुलिस के मुताबिक, यह दंपत्ति ऐसे लोगों को शिकार बनाते थे, जो मार्निंग वॉक पर निकलते थे. आरोपी पति गणेशगंज निवासी तुषार प्रजापति स्कूटी से मोबाइल लूटता था और उसके बाद पत्नी संग मिलकर उसे बेचता था. पुलिस ने जब इस दंपत्ति को गिरफ्तार किया तो इनके पास से लूट के 12 मोबाइल फोन मिले थे. पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि 'वह कपड़े की एक दुकान में काम करते थे, लेकिन कोरोना काल में नौकरी गई. घर चलाने के लिए वह दोनों मोबाइल की लूट करने लगे.'
पति-पत्नी बने स्कूटी चोर : गोमती नगर पुलिस ने बीते माह एक महिला को 1090 चौराहे के पास स्कूटी चोरी करते गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद उस महिला की निशानदेही पर जब पुलिस ने तलाशी ली तो उसके घर के पास एक मैदान से 6 स्कूटी बरामद हुई थीं. पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में उसने बताया था कि वह लोगों के घर में झाड़ू पोछा का काम करती थी, लेकिन उससे उसका गुजारा भत्ता नहीं चल रहा था. उसके बच्चों की पढ़ाई और पालन पोषण के लिए उसने अपने विकलांग पति के साथ मिलकर स्कूटी चोरी करने की योजना बनाई. जब पहली स्कूटी चुराई तो वह पकड़ी नहीं गई, जिसके बाद वह स्कूटी चोरी करने लगी थी.
क्या कहती है पुलिस? : लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की प्रवक्ता डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक बताती हैं कि 'पुलिस जब भी किसी गैंग के चोरी, टप्पेबाजी और जहरखुरानी करने वालों को गिरफ्तार करती है, तब हर गैंग और उसके सदस्यों की अपनी कहानियां होती हैं, लेकिन पुलिस उनके किए गए जुर्म को गम्भीरता से देखती है और इन पर कार्रवाई करती है. डीसीपी कहती हैं कि यह जरूर है कि मोबाइल व चेन लूट या फिर टप्पेबाजी करने वाले जो कपल होते हैं, जब पति-पत्नी के रूप में सड़क पर चलते हैं तो इन पर शक कम होता है और घटना को आसानी से अंजाम दे देते हैं.'
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