हैदराबाद: मंगलवार का दिन हनुमान जी का दिन होता है और हनुमान जी को मंगलकारी भगवान कहा जाता है. मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि मंगलवार के दिन विधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और कुंडली में मंगल ग्रह के निर्बल होने का प्रभाव बदल जाता है. वहीं इस दिन व्रत करने से सम्मान, बल, साहस और पुरुषार्थ में भी वृद्धि होती है. आइए जानते हैं मंगलवार को हनुमान जी की उपासना का सही समय और विधि जिससे आपको शुभ फल की प्राप्ति हो.
हनुमान जी के पूजन का समय
मंगलवार के दिन, सुबह और शाम के वक्त हनुमान जी की पूजा करना बहुत फलदायी होता है. वैसे पूजा-पाठ के लिए सुबह का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है, लेकिन हनुमान जी पूजा के लिए माना जाता है कि सूर्योदय के बाद पूजन करने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं.
हनुमान जी की पूजा की विधि
कहते हैं कि हनुमान जी की पूजा करने से बल और बुद्धि दोनों में वृद्धि होती है. मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद लाल रंग का वस्त्र पहनें. पूजा करने से पहले घर के ईशान कोण को साफ करके यहां एक चौकी रखें और उस पर लाल वस्त्र बिछाकर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें. साथ ही भगवान श्री राम और माता सीता की मूर्ति भी रखें. हनुमान जी की प्रतिमा पर लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. भोग में गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं. इसके बाद शुद्ध घी का दीप जलाकर हनुमान चालिसा एवं सुंदरकांड का पाठ करें. अंत में हनुमान जी की आरती करके पूजा का समापन कर परिवार के सदस्यों में प्रसाद का वितरण करें. मंगलवार के व्रत में यह ध्यान रखें शाम के समय केवल एक बार भोजन करें और खाने में सिर्फ मीठा भोजन ही शामिल करें और नमक का सेवन न करें. वहीं दिन के भोजन में केले, दूध और मीठे फलाहार को शामिल कर सकते हैं.
हनुमान जी की पूजा करते समय रखें ध्यान
हनुमान जी को तिल के तेल में मिले हुए सिंदूर से ही लेपन करें. पूजा में हनुमान जी को कमल, गेंदे, सूरजमुखी का फूल अर्पित करें. इसके साथ ही चंदन को घिसकर केसर में मिलाएं और इसे हनुमान जी को लगाएं. हनुमान जी की मूर्ति के नेत्रों में देखते हुए मंत्रों का जाप करें. याद रखें, हनुमान जी का पूजा करते समय ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए.
महिलाएं भी कर सकती हैं मंगलवार का व्रत
मंगलवार के व्रत को लेकर महिलाओं के मन में संदेह की स्थिति बनी रहती है. लेकिन हिंदु धर्मग्रथों के अनुसार महिलाएं भी हनुमान जी का व्रत कर सकती हैं. धार्मिक ग्रंथों में महिलाओं द्वारा हनुमान जी की पूजा और व्रत नहीं करने को लेकर कहीं नहीं लिखा गया है. लेकिन व्रत और पूजा के दौरान यह विशेष ध्यान रखें कि वे हनुमान जी को लाल वस्त्र या सिंदूर न चढ़ाएं. साथ ही महिलाएं अपने शुद्ध दिनों में ही हनुमान जी की पूजा करें.