लखनऊ: देश के टॉप मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET) का आयोजन 1 अगस्त को होना प्रस्तावित है. सीबीएसई की ओर से 12वीं की परीक्षा कैंसिल किए जाने के बाद से कुछ छात्र इसे भी रद्द करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इसकी संभावनाएं कम नजर आ रही हैं. जानकारों की मानें तो छात्रों को असमंजस में फंसने के बजाय 1 अगस्त को परीक्षा की तिथि मानते हुए तैयारी करने की सलाह दी जा रही है. ईटीवी भारत ने इस परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्रों की मदद के लिए विशेषज्ञों से बात की और सफलता के टिप्स जाने.
देशभर में सिर्फ 77 हजार सीट
उत्तर प्रदेश के साथ देशभर में एमबीबीएस और दूसरी मेडिकल की पढ़ाई कराने वाले कॉलेजों की संख्या 532 है. एसकेडी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के निदेशक मनीष सिंह बताते हैं कि सरकारी और प्राइवेट सभी मिलाकर देशभर में 77 हजार सीट है. इन पर दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से नीट का आयोजन किया जाता है.
एक सीट पर 10 दावेदार
वर्ष 2020 की परीक्षा में शामिल होने के लिए करीब 16 लाख छात्र-छात्राओं ने फॉर्म भरे थे. इसमें करीब 13 लाख ने परीक्षा दी और 7.70 लाख को काउंसलिंग में शामिल होने का मौका दिया गया था. मनीष सिंह बताते हैं कि 77 हजार सीट पर 7.70 लाख छात्र-छात्राएं दाखिले के लिए खड़े थे. यानी एक सीट पर कम से कम 10 दावेदार दाखिले के लिए खड़े होते हैं. इसलिए इस परीक्षा को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के बाद सबसे मुश्किल परीक्षाओं में गिना जाता है.
180 होंगे सवाल, फिजिक्स दिलाएगा सिलेक्शन
नीट के पेपर में कुल 180 प्रश्न पूछे जाते हैं. इसमें 45 सवाल फिजिक्स, 45 सवाल केमिस्ट्री और 90 सवाल जूलॉजी और बॉटनी से पूछे जाते हैं. पेपर एमसीक्यू बेस्ड है. कुल अंक 720 हैं और 3 घंटे में पेपर को हल करना पड़ता है.
पिछले साल इतने अंकों पर मिला था सरकारी कॉलेज
पिछले साल 720 में 605 अंक पाने वाले छात्रों को देश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला पाने का अवसर मिल गया था. एसकेडी एकेडमी के निदेशक मनीष सिंह सलाह देते हैं कि अगर आप देश के टॉप-20 मेडिकल कॉलेजों में दाखिला पाने का सपना देखते हैं तो आपको कम से कम 650 अंक प्राप्त करने होंगे. वह कहते हैं कि 1 जैसे नंबर कई छात्रों को मिलते हैं. नतीजा एक ही रैंक पर 10-10, 20-20 छात्र-छात्राएं होते हैं.
मनीष सिंह बताते हैं कि बायोलॉजी के छात्रों की फिजिक्स हमेशा कमजोर रहती है. इसलिए अच्छे स्कूल के लिए फिजिक्स पर जोर देना बेहद जरूरी होगा. कम से कम 150 से 155 अंक फिजिक्स में प्राप्त करने का लक्ष्य रखें. जूलॉजी, बॉटनी में 360 में से 345 से 350 और केमिस्ट्री में 180 में से 165 तक का लक्ष्य तय करें.
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सफलता के लिए यह होनी चाहिए रणनीति
- तैयारी के लिए अंतिम दो महीने बचे हैं. छात्रों को एनसीईआरटी को अपनी पढ़ाई का आधार बनाना चाहिए.
- इस समय कोई टेस्ट सीरीज ज्वॉइन कर लें. मॉक टेस्ट पर जोर दें. न हो तो कम से कम पिछले पांच साल के प्रश्न पत्रों का ही लगातार अभ्यास करें. एनसीईआरटी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर यह प्रश्न पत्र उपलब्ध भी कराएं हैं.
- एनसीईआरटी में दिए गए डायग्राम और उदाहरणों का अभ्यास जरूर करें.