लखनऊ : समाजवादी पार्टी में रामचरित मानस संबंधित विवाद को लेकर रोज नए पैंतरे सामने आ रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य की रामचरित मानस को लेकर व्यक्त की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद खास तौर पर ब्राह्मणों में सपा के प्रति जबरदस्त नाराजगी नजर आ रही है. यहां तक कि समाजवादी पार्टी के ब्राह्मण नेता भी इस बात से नाराज हैं, जिसके बाद में अब समाजवादी पार्टी के लखनऊ स्थित कार्यालय के सामने एक नई हार्डिंग सामने आ गई है. नवी मुंबई के अवधेश कुमार शुक्ला नाम के एक नेता ने सपा कार्यालय के सामने यह होर्डिंग लगवा दी है. जिस पर लिखा है कि हम रामचरित मानस के विरोधी नहीं हैं. केवल उसकी एक चौपाई में लिखे शब्दों को गलत मान रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मण विरोधी है. आखिर में बड़े-बड़े शब्दों में लिखा है. 'गर्व से कहो हम ब्राह्मण हैं'. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने इस होर्डिंग को लेकर चुप्पी साध ली है और कोई भी बयान देने से इनकार किया है.
रामचरित मानस को लेकर यह विवाद 22 फरवरी से शुरू हुआ है. जब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने मानस की एक चौपाई पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए उस को प्रतिबंधित करने की मांग कर दी थी. इसके बाद ही विरोध और समर्थन के स्वर गूंजने लगे, जहां तक विरोध की बात करें तो इस बात का विरोध समाजवादी पार्टी के भीतर से भी हो रहा है. कई नेताओं ने सार्वजनिक तौर पर सोशल मीडिया पर आकर स्वामी प्रसाद मौर्या का विरोध किया है, जबकि माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा विरोध ब्राह्मण समुदाय के बीच में हो रहा है. हाल ही में समाजवादी पार्टी ने एक और होर्डिंग लगवाया था, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल की ओर से लिखा गया था कि 'गर्व से कहो हम शूद्र हैं', जिसके बाद में होर्डिंग की राजनीति और तेजी पकड़ रही है.
इस होर्डिंग के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि समाजवादी पार्टी को यह बात सही तरीके से पता है कि स्वामी प्रसाद मौर्या का यह बयान ब्राह्मण विरोधी है. ब्राह्मण समुदाय नाराज है. जिसका नुकसान उनको निकट भविष्य में उठाना पड़ेगा. इसीलिए एक ब्राह्मण नेता को सामने करके यह होर्डिंग लगाई गई है. फिलहाल इस संबंध में समाजवादी पार्टी की ओर से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. यह बात दीगर है कि सोशल मीडिया पर इस प्रकरण को लेकर जमकर वाद विवाद हो रहा है.