लखनऊ: राजधानी स्थित आलमबाग बस स्टेशन इन दिनों देशभर में चर्चा बना हुआ है. यह बस स्टेशन सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. करोड़ों की लागत से तैयार यह देश का पहला ऐसा बस स्टेशन है जिसे सीधे मेट्रो स्टेशन से लिंक किया गया है.
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर बने आलमबाग बस स्टेशन का उद्घाटन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 12 जून को किया था. बस स्टेशन के अंदर प्रवेश और निकास दोनो गेटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं. इसके अलावा ऑनलाइन टिकट बुकिंग के साथ ही, काउंटर टिकट बुकिंग और एमएसटी की भी सुविधा उपलब्ध है. यहां से सुपर लग्जरी स्कैनिया, वॉल्वो, सस्ती एसी जनरथ बस हो या फिर साधारण बस, सभी तरह की बसें चलती हैं. साथ ही नेपाल के लिए भी यहां से बस मिलती है.
ग्राउंड फ्लोर पर कुल 49 प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं. इसके अलावा खाने-पीने के लिए पहले तल पर फूड कोर्ट बनाया गया है. बस स्टेशन से ही मेट्रो स्टेशन को भी लिंक किया गया है. मेट्रो से उतरने वाले यात्री सीधे बस स्टेशन के अंदर आ सकते हैं और बाहर से आलमबाग मेट्रो स्टेशन पहुंचने वाले यात्री सीधे बस स्टेशन के अंदर से जाकर मेट्रो पकड़ सकते हैं.
प्रदेश के पहले अत्याधुनिक आलमबाग बस स्टेशन की तर्ज पर अब अन्य राज्य भी अपने यहां ऐसा ही बस स्टेशन बनाने की तैयारी में है. तेलंगाना राज्य से कई बार अधिकारी आलमबाग बस स्टेशन का निरीक्षण भी कर चुके हैं. बता दें कि आलमबाग बस स्टेशन के निर्माण में कुल मिलाकर 253 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं.
इस बस स्टेशन के पास ही शॉपिंग कांपलेक्स भी बनाया जा रहा है. यात्रियों के ठहरने के लिए सस्ते बजट वाले अच्छे कमरे भी बनाए जा रहे हैं. शालीमार कंपनी ने बस स्टेशन का निर्माण किया था, वही अब शॉपिंग कांप्लेक्स और मल्टीप्लेक्स भी बना रही है. आलमबाग बस स्टेशन को रोडवेज ने 30 साल के लिए शालीमार कंपनी को दे रखा है. पीपीपी मॉडल पर बने प्रदेश के इस बस स्टेशन को देख कर प्रदेश में इसी तरह के 21 और बस अड्डे बनाए जाने की तैयारी हो रही है.