लखनऊ : यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था में व्यापक स्तर पर सुधार किया जा रहा है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक हर प्रकरण को लेकर बेहद गंभीर हैं. शनिवार को उन्होंने प्रदेश के कई जिलों में व्यापक स्तर पर कार्रवाई करते हुए अधीनस्थों के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए. फिरोजाबाद के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्र द्वारा आत्महत्या के मामले में उपमुख्यमंत्री ने पूरे प्रकरण की जानकारी ली और चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव को उच्च स्तरीय जांच कर अभिलंब रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं. डिप्टी सीएम ने कहा है कि जो भी इस प्रकरण में दोषी होगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं, संभल के जिला अस्पताल (Sambhal District Hospital) में व्याप्त अव्यवस्थाओं व चिकित्सक द्वारा मरीज को थप्पड़ मारने संबंधी मामले में उन्होंने सीएमओ संभल को उक्त प्रकरण की जांचकर, दो दिन के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के आदेश दिए हैं. जौनपुर (ब्लॉक सुजानगंज) अंतर्गत राजकीय स्वास्थ्य केंद्र बेलवार में कई महीने से डॉक्टर, कंपाउंडर, लैबटेक्निशियन न होने व बलरामपुर के जिला अस्पताल में चिकित्सकों के ससमय उपस्थित न होने के प्रकरण को लेकर भी डिप्टी सीएम ने संबंधित मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मामले की विस्तृत रिपोर्ट प्रेषित किए जाने के आदेश दिए हैं. इधर, जनपद रामपुर के ओम साईं हॉस्पिटल में महिला के ऑपरेशन के बाद टांके काटना भूल जाने संबंधी मामले का संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएम ने सीएमओ रामपुर (Deputy CM appointed CMO Rampur) को उस हॉस्पिटल के विरुद्ध कार्रवाई व एक टीम गठित कर जनपद में चल रहे अन्य अवैध नर्सिंग होम/चिकित्सालयों की जांचकर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं.
नहीं मिला इलाज, चिकित्सक पर कार्रवाई : फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज (Firozabad Medical College) में एचआईवी संक्रमित महिला को इलाज न मिलने पर उपमुख्यमंत्री ने प्रधानाचार्य, मेडिकल कॉलेज फिरोजाबाद द्वारा दोषी स्टाफ नर्स को तत्काल प्रभाव से मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में संबद्ध करते हुए दो चिकित्सकों को चेतावनी दी गई है. इस मामले में एक चिकित्सक के विरुद्ध शासन स्तर से एवं एक आपरेटर के विरुद्ध सीएमओ स्तर से कार्रवाई की जा रही है.
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