लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कल शाम से हो रही बारिश से लखनऊ वासियों का बहुत ही बुरा हाल है. चारों तरफ जलभराव होने के साथ ही बिजली के खंभे गिरने विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण पानी की किल्लत से लोग जूझ रहे हैं. घरों में पानी घुस जाने के कारण घरों का सारा सामान खराब हो गया. वहीं कई सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर जाने की वजह से कार्यालय के अंदर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई.
अलर्ट जारी
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. राजधानी लखनऊ में तेज हवा के साथ निरंतर भारी बारिश होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है. कृपया अति आवश्यक होने पर ही घर से निकले ,भीड़भाड़ वाले इलाकों ट्रैफिक जाम वाले क्षेत्रों में जाने से बचे, बिजली के तार खंभों से बचकर रहें.अपने वाहनों को सुरक्षित जगह पर खड़ा करें. विद्युत उपकरणों से दूर रहें , वाहन चलाते समय यातायात व्यवस्था बनी रहे इसके लिए धैर्य धारण करें व यातायात नियमों का पालन करें.
लखनऊ नगर निगम के सारे दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. सड़कों गली मोहल्लों में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. जिसमें बच्चे स्विमिंग पूल का मजा लेते नजर आए. बारिश वह तेज हवा के चलने से कई पेड़ सड़कों पर गिर पड़े, जिससे यातायात बाधित हो गया. वहीं कई गाड़ियां भी दुर्घटना का शिकार हो गई.
उप संभागीय कार्यालय में भरा पानी
राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में घुटनों तक पानी भर गया है. आरटीओ कार्यालय परिसर तालाब नजर आ रहा है, जिसकी वजह से ऑडियो में काम कराने आए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा इसके साथ ही रिकॉर्ड रूम में भी पानी भर जाने के कारण कुछ फाइलों भी खराब हो सकती हैं.
एक दिन की बारिश ने आधे लखनऊ को डुबो दिया
पॉश इलाकों से लेकर गली कूचों में बाढ़ सी हालत हो गई है. घरों के बेडरूम और किचेन तक में पानी भर जाने के कारण घरेलू सामान वह राशन भी खराब हो गया. हजरतगंज, मॉल एवेन्यू, अलीगंज, इन्दिरानगर, जानकीपुरम सहित कई इलाके जलमग्न नजर आए. मौसम विज्ञान विभाग द्वारा 1 दिन पहले से ही मौसम अलर्ट होने के बाद भी जिला प्रशासन ने चेतावनी पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसका नतीजा आज लखनऊ वासियों को भुगतना पड़ रहा है. घरों व सड़कों पर नाव चलने जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
कार डिवाइडर पर चढ़ी
राजभवन के आगे चौराहे पर बारिश के चलते हुआ हादसा हो गया, जिसमें एक कार डिवाइडर पर चढ़ गई, फिलहाल कार सवार लोग को मामूली चोटें आई हैं कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई.
तेज हवा के चलते पेड़ हुए धराशाई
लखनऊ में देर रात से लगातार हो रही बारिश और आंधी से कूपरथला, सरोजिनी नगर बंथरा इंदिरा नगर इलाके में पेड़ और बिजली का खंभा दूर जाने के कारण यातायात के साथ ही विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई है.
जलभराव को लेकर किया प्रदर्शन
फैजाबाद रोड के शक्ति नगर में जलभराव को लेकर लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. लखनऊ में रात से हो रही बारिश से इलाके में पानी भरने की समस्या को लेकर लोग आक्रोशित हो गए. स्थानीय लोगों ने सड़क पर उतर कर जलभराव की समस्या को लेकर सड़क जामकर प्रदर्शन किया.
सितम्बर में नवम्बर सा हुआ मौसम
लख़नऊ में देर रात से जारी तेज हवाओं के साथ 2 दिन में अधिकतम पारा लगभग 7 डिग्री लुढ़ककर 30 के नीचे जा पहुंचा. फिर हवाओं से ठंड का एहसास शुरू हो गया है. लख़नऊ समेत आसपास के इलाकों में घनघोर बादल छाए हुए हैं. प्रदेश भर के लिए येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया हैं.
एक दिन की बारिश ने लखनऊ नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है. लखनऊ की लगभग सभी कॉलोनियों में जलभराव नजर आ रहा है. सड़कों पर पानी के कारण वाहन चलाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही गलियों, मोहल्लों, घरों के अंदर पानी भरने से लोगों के घरेलू सामान भी खराब हो गए हैं. यहां तक कि कई सरकारी दफ्तरों के अंदर भी जलभराव हो गया है, जिससे जरूरी दस्तावेजों के नष्ट होने की संभावना है.
सदर इलाके में संचालित लखनऊ मोंटसरी इंटर कॉलेज में कई फुट तक पानी भर गया है. स्कूल के प्रिंसिपल प्रशांत मिश्रा ने बताया कि यह पहली बार है, जब स्कूल के अंदर इतना ज्यादा पानी भर गया. सिर्फ इस इलाके में ही नहीं गोमती नगर के कई इलाकों में लोग पानी से परेशान है. गोमती नगर विस्तार में सड़कें लबालब भरी पड़ी है. चौक के निचले इलाकों में घरों के अंदर पानी घुस गया है. फैजुल्लागंज इलाके में बाढ़ जैसा मंजर देखने को मिल रहा. इलाका पूरी तरीके से पानी में डूब गया है. उधर, मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक अगले कुछ घंटों में केवल लखनऊ ही नहीं बल्कि आसपास के कई जिलों में मूसलाधार बारिश देखने को मिलेगी.
घुटनों तक भर गया पानी
आरटीओ कार्यालय में यह पहली बार नहीं हुआ है, जब बारिश के पानी से कार्यालय भर गया हो. हर साल आरटीओ कार्यालय को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है. कई बार अधिकारियों ने परिवहन विभाग मुख्यालय को इस बाबत पत्र भी लिखा, लेकिन कागजी कार्रवाई के अलावा समस्या का समाधान करने के लिए कोई प्रयास नहीं हुआ. लिहाजा, इस बार भी जब देर तक जोरदार बारिश हुई तो आरटीओ कार्यालय में एआरटीओ के कमरे में पानी घुस गया. साथ ही पुराने लर्निंग हाल में जमीन पर रखी तमाम फाइलों को पानी ने अपनी जद में ले लिया. इससे फाइलों में दर्ज प्रपत्रों का नुकसान भी हुआ है. पूरे आरटीओ कार्यालय में घुटनों तक पानी भरा हुआ है. ऐसे में परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए टेस्ट देने आने वाले आवेदकों को टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट ड्राइव दे पाना भी संभव नहीं हो पा रहा है.
न होती लापरवाही तो बच जाती फाइलें
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी, प्रमुख सचिव परिवहन आरके सिंह और जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने आरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान कार्यालय के अंदर कमरों में बेतरतीब ढंग से फैली फाइलों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी. अधिकारियों को निर्देश दिया था कि सभी फाइलें व्यवस्थित तरीके से रखी जाएं जिससे दस्तावेजों का नुकसान न हो, लेकिन कार्यालय के अधिकारियों की लापरवाह कार्यशैली से बारिश के पानी में तमाम फाइलें भीग गईं.
अस्पताल तक में भरा पानी, ओपीडी में घटे मरीज
गोमतीनगर स्थित लोहिया संस्थान व लोहिया अस्पताल में बारिश से सबसे ज्यादा अवस्था रही. यहां सीवर चोक होने से जलभराव हो गया. गेट पर तालाब जैसा नजारा दिखा. कई मरीज जहां पानी में गिर पड़े. वहीं वाहन भी फंस गए. सड़क किनारे जाम भी लगा रहा. इसके अलावा लोहिया अस्पताल के बाहर भी दोनों गेट पर यही हाल रहा. दूर दराज से आए मरीजों को मुश्किलों का सामाना करना पड़ा. यहां की ओपीडी में लगी एसी की पाइप लाइन से पानी डॉक्टरों के कक्ष और वेंटिंग हॉल में भी आ गया. ऐसे में मरीजों को पर्चा बनवाने से लेकर डॉक्टर को दिखाने तक में परेशानी उठानी पड़ी. शौचालय भी ब्लॉक रहा. केजीएमयू के बालरोग विभाग के भूतल, फोरेसिंक विभाव, ओल्ड डेंटल भवन में भी पानी भर गया। बलरामपुर अस्पताल, भाऊराव देवरस अस्पताल में भी जलभराव रहा.
70 फीसद कम आये मरीज
बुधवार रात से शुरू हुई बारिश गुरुवार दोपहर बाद भी जारी रही. ऐसे में मरीज घर से नहीं निकल सके. लोहिया, केजीएमयू, डफरिन, झलकारी, सिविल, आर एलबी, लोकबंधु की ओपोडी में रोजाना से 70 फीसद मरीज आए.
डायरिया-डेंगू का खतरा बढ़ा
बारिश से कई जलभराव की समस्या हो गयी है. ऐसे में डेंगू, मलेरिया और भयावह होने के आसार हैं. इसके अलावा बैक्टीरिया भी पनपेंगे. इससे डायरिया के मरीज बढ़ेंगे. ऐसे में खानपान में सावधानी बरतें.
यह सावधानी बरतने की हिदायत
मौसम विभाग की ओर से लखनऊ और उसके आसपास के जिलों में रहने वाले लोगों को सावधानियां बरतने की हिदायत दी गई है. भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. कमजोर और पुराने निर्माणों से दूर रहने की सलाह दी गई है. बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे आश्रय बिल्कुल भी न ले. पक्के निर्माण का ही सहारा ले.
इसे भी पढ़ें-UP WEATHER UPDATE: यूपी के इन इलाकों में भारी बारिश के आसार, जानिए अपने जिले का हाल
इन जिलों में है लखनऊ जैसी बारिश की चेतावनी
अमेठी, अयोध्या, बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, कानपुर नगर और देहात, औरैया, इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत, बदायूं, कासगंज, एटा, मथुरा, अलीगढ़, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर और उसके आसपास से जुड़े जिले.