लखनऊः टीबी के मरीजों की संख्या बढ़ने से प्रदेश भर में विशेष सघन अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार से राजधानी के कोने-कोने में स्वास्थ विभाग की टीम पहुंचेगी और घर-घर जाकर टीबी रोग से संबंधित जानकारी देगी. दरअसल, स्वास्थ विभाग की टीम 10 अक्टूबर से लेकर 23 अक्टूबर तक टीबी के मरीजों की तलाश घर-घर जाकर करेगी और टीबी से बचाव के लिए तमाम सुझाव और उपाय बताएगी.
टीबी से संबंधित जानकारी देगी स्वास्थ्य विभाग की टीम
पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का आदेश दिया है, जिसको मद्देनजर रखते हुए स्वास्थ विभाग ने कमर कस ली है. स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की खोज करेगी. इस खोज के लिए सीएमओ दफ्तर से 265 टीमों को गठित किया गया है. साथ ही 53 सुपरवाइजर रखे गए हैं, जो कि 10 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक टीबी के मरीजों की तलाश करेंगे.
स्वास्थ्य विभाग की टीमों के लिए तय किए गए लक्ष्य
- गठित टीमों को रोजाना 50 घरों को कवर करने का लक्ष्य दिया गया है.
- इस सघन अभियान के दौरान 10 दिन में कुल पांच लाख तीन हजार व्यक्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है.
- शहरी क्षेत्र के तीन लाख तीस हजार व्यक्तियों और ग्रामीण क्षेत्रों में दो लाख व्यक्तियों तक पहुंचने का लक्ष्य तय किया गया है.
- जांच के दौरान क्षय रोग के लक्षण मिलने पर बलगम की जांच अभियान के तहत कराई जाएगी.
- यह अभियान टीबी यूनिट के माध्यम से संचालित होगा और यूनिट के द्वारा इसकी रिपोर्टिंग हर दिन की जाएगी.
घर-घर पहुंचेगी स्वास्थ्य विभाग की टीम
इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों के घर-घर तक पहुंचेगी और उन व्यक्तियों की तलाश करेगी जिन पर उन्हें टीबी होने का शक रहेगा. स्वास्थ्य विभाग की टीम घरों में जाकर उन सभी लोगों की जांच करेगी, जिन्हें तीन हफ्तों से ज्यादा खांसी आ रही है. साथ ही टीम का कुछ इन बिंदुओं पर खास जोर रहेगा-
- 2 हफ्ते से लगातार खांसी
- वजन में लगातार गिरावट
- रात में पसीना आना
- भूख न लगना
- बुखार आना
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