लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जुलाई 2021 में प्रदेश के अस्पतालों में हेल्थ एटीएम लगाने का फैसला किया था. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने खाका खींच लिया है. डीजी हेल्थ डॉ. वेद व्रत सिंह के मुताबिक योजना को पहले पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया जाएगा. इसके लिए राज्य को चार क्लस्टर में बांटा गया है. यह पूर्व, पश्चिम, मध्य व बुंदेलखंड के तौर पर हैं. ऐसे में हर क्लस्टर से तीन-तीन जिले चयनित किए गए हैं. हर जिले में दो-दो हेल्थ एटीएम मशीन लगेंगी. कुल 12 जिलों में 24 मशीन लगाई जाएंगी. इसके अलावा पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी एक मशीन लगेगी. लिहाजा, कुल 13 जिलों में 25 हेल्थ एटीएम लगेंगे.
हेल्थ एटीएम एक आधुनिक मशीन है. इसमें हेल्थ पैरामीटर पर आधारित साफ्टवेयर इंस्टॉल हैं. इस मशीन के पास एक टेक्नीशियन तैनात रहेगा. यह आपकी बीमारी के लक्षण मशीन में इंटर करेगा. साथ ही जरूरी जांचें भी कर लेगा. इसके बाद सामान्य बीमारी में मशीन से ही परामर्श मिल जाएगा.
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इसके अलावा मरीज की बीमारी का मशीन से किए गए एनॉलिसिस डॉक्टर को ट्रांसफर हो जाएगा. डॉक्टर ऑनलाइन ही मरीज के लिए आवश्यक दवाएं लिख देगा. यह दवाएं मशीन से तय डोज के अनुसार निकल आएंगी. ऐसे में मरीजों को जांच-दवा के लिए कई काउंटरों पर भटकना नहीं होगा.
हेल्थ एटीएम के जरिए लोग निःशुल्क बॉडी मास इंडेक्स, ब्लड प्रेशर, मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर, बॉडी फैट, हाईड्रेशन, पल्स रेट, हाइट, मसल मास, शरीर का तापमान, शरीर में ऑक्सीजन लेवल, वजन सहित कुल 59 पैरामीटर की जांच करा सकेंगे.
बॉडी स्क्रीनिंग के लिए कुल 16 तरह की जांच तत्काल हो सकेंगी. वहीं, रैपिड टेस्ट में यूरिन टेस्ट, गर्भावस्था, डेंगू, मलेरिया, टायफाइड, एचआईवी, ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, लिपिड प्रोफाइल जैसी जांचें भी हो सकेंगी.