लखनऊ: स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर गांव में सरकारी धन का गोलमाल हो रहा है. भ्रष्टाचार का खेल ग्राम प्रधान और गांव के सचिव खेल रहे हैं. लखनऊ के सीडीओ मनीष बंसल द्वारा गठित टीम की जांच में यह सामने आया है. ग्राम प्रधान को नोटिस और सचिव पर कारवाई के निर्देश दिये गये हैं.
जिले के बख्शी का तालाब विकास खंड की ग्राम पंचायत इंदारा में कूड़ेदानों की खरीद में घपला किया गया है. ग्रामीणों की शिकायत पर सीडीओ मनीष बंसल ने हैंडपंप रिबोर और कूड़ेदानों की खरीद की जांच के लिये जिलास्तरीय टीम गठित की थी. जिला पंचायतराज अधिकारी(डीपीआरओ) निरीश चंद साहू के नेतृत्व में उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र, जिला युवा कल्याण अधिकारी, तीन सदस्यीय टीम द्वारा जांच की गई.
डीपीआरओ ने बताया कि इंदारा ग्राम पंचायत में कूड़ेदानों की खरीद में वित्तीय नियमों का पालन नहीं किया गया, न ही टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि पंचायत द्वारा प्रति कूड़ेदान का 9000 रुपये भुगतान किया गया, जबकि प्रति कूड़ेदान का बाजार मूल्य 6808 है.
उन्होंने कहा कि कूड़ेदान को वास्तविक मूल्य से दो हजार रुपये अधिक पर खरीदा गया है. 20 कूड़ेदानों पर 40 हजार रुपये की वित्तीय अनियमितता मिली है. डीपीआरओ के मुताबिक, ग्राम प्रधान अरविन्द कुमार सिंह के खिलाफ पंचायती राज की धारा 95 (1)(जी) के तहत नोटिस जारी की गई है. सचिव अनिल कुमार के विरुद्ध कारवाई की जा रही है.