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CAA हिंसा में मरने वालों के परिवार को आर्थिक सहायता दे सरकार: मायावती - मायावती का ट्वीट

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सरकार CAA हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को आर्थिक सहायता दे. सरकार को अपनी गलती के लिए माफी भी मांगनी चाहिये.

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बसपा सुप्रीमों मायावती .
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Published : Jan 5, 2020, 4:22 PM IST

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के दौरान मरने वालों के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग राज्य सरकार से की है. मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि यूपी सरकार हिंसा में गिरफ्तार लोगों को तुरंत छोड़े. सरकार को अपनी गलती के लिए माफी भी मांगनी चाहिए.

  • 2. यूपी सरकार इनको तुरन्त छोड़े व इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी भी मांगनी चाहिये। साथ ही, इसमें जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है, राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद भी जरूर करनी चाहिये। बी.एस.पी. की यह माँग है।

    — Mayawati (@Mayawati) January 5, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट में लिखा कि यूपी में सीएए और एनआरसी के विरोध में किए गए प्रदर्शनों में बिना जांच-पड़ताल के ही बिजनौर, संभल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोजाबाद और अन्य जिलों में निर्दोषों को जेल भेज दिया गया है, जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है. यह शर्मनाक और निंदनीय है. जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद जरूर करनी चाहिए.
जानकारी देते संवाददाता.


इसे भी पढें:- CAA PROTEST: मायावती बोलीं- बिना जांच निर्दोषों को जेल भेजना शर्मनाक

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के दौरान मरने वालों के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग राज्य सरकार से की है. मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि यूपी सरकार हिंसा में गिरफ्तार लोगों को तुरंत छोड़े. सरकार को अपनी गलती के लिए माफी भी मांगनी चाहिए.

  • 2. यूपी सरकार इनको तुरन्त छोड़े व इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी भी मांगनी चाहिये। साथ ही, इसमें जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है, राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद भी जरूर करनी चाहिये। बी.एस.पी. की यह माँग है।

    — Mayawati (@Mayawati) January 5, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">
बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट में लिखा कि यूपी में सीएए और एनआरसी के विरोध में किए गए प्रदर्शनों में बिना जांच-पड़ताल के ही बिजनौर, संभल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोजाबाद और अन्य जिलों में निर्दोषों को जेल भेज दिया गया है, जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है. यह शर्मनाक और निंदनीय है. जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद जरूर करनी चाहिए.
जानकारी देते संवाददाता.


इसे भी पढें:- CAA PROTEST: मायावती बोलीं- बिना जांच निर्दोषों को जेल भेजना शर्मनाक

Intro:एंकर
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुई हिंसा के दौरान मरने वाले लोगों के पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने की मांग राज्य सरकार से की है साथ ही मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा है कि यूपी सरकार हिंसा में गिरफ्तार लोगों को तुरंत छोड़े वह इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी मांगनी चाहिए।



Body:बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट करके कहा है कि यूपी में सी ए एन आर सी के विरोध में किए गए प्रदर्शनों में बिना जांच-पड़ताल के ही विशेषकर बिजनौर संभल मुजफ्फरनगर मेरठ फिरोजाबाद व अन्य और जिलों में निर्दोषों को जेल भेज दिया गया है जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है यह शर्मनाक व निंदनीय है।
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि यूपी सरकार इनको तुरंत छोड़ है वह इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी भी मांगनी चाहिए साथ ही जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद जरूर करनी चाहिए बसपा की यह मांग है।



Conclusion:बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने ट्वीट में आगे यह भी लिखा है कि लेकिन ऐसे में अब इस पूरे राज्य स्तरीय करण की न्यायिक जांच होना भी बहुत जरूरी है इसकी मांग के लिए राज्यपाल को एक लिखित ज्ञापन भी सौंपा प्रतिनिधिमंडल की तरफ से 6 जनवरी को राजभवन में दिया जाएगा।


धीरज त्रिपाठी 9453099555

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