लखनऊ : विधान परिषद (Legislative Council) में सरकार ने मंगलवार को विपक्ष के सवाल पर जवाब देते हुए दावा किया कि वर्तमान सरकार के समय में एक भी मौत उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब (denatured alcohol) से नहीं हुई है. सरकार के इस जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ. आरोप लगाया गया कि जहरीली व नकली शराब पुलिस और आबकारी विभाग के गठजोड़ से जमकर बेची जा रही है, जबकि सरकार का दावा है कि जहरीली शराब से होने वाली मौतों के संबंध में बहुत सख्त कानून बनाए गए हैं, जिसमें मृत्युदंड तक का प्रावधान दिया गया है.
समाजवादी पार्टी की ओर से विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा ने सवाल किया कि राज्य सरकार बताए कि नकली शराब से निपटने के लिए आपने क्या इंतजाम किए हैं. जिसको लेकर राज्य के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल (Excise Minister Nitin Agarwal) ने जवाब दिया. नितिन अग्रवाल ने कहा कि उनकी सरकार में एक भी मौत जहरीली शराब की वजह से उत्तर प्रदेश में अब तक नहीं हुई है. हम लगातार बेहतरीन प्रयास कर रहे हैं, जिसमें सख्त कानूनों का प्रावधान किया गया है. इस जवाब से असंतुष्ट आशुतोष सिन्हा ने कहा कि यानी कि सरकार मानती है कि 2021 में जो सरकार थी वह भाजपा की नहीं थी. 2021 तक करीब 100 मौतें जहरीली शराब से हुई थीं, इसका सरकारी आंकड़ा तक उपलब्ध है. उन्होंने आरोप लगाया कि आबकारी विभाग और पुलिस के गठजोड़ से जमकर नकली शराब बेची जा रही है. उत्तर प्रदेश में शराब माफिया सक्रिय हैं.
आशुतोष सिन्हा ने एक और सवाल किया कि राज्य में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार किस तरह के प्रयास कर रही है. जिसके जवाब में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने अपने पक्ष में तर्क रखे. असंतुष्ट समाजवादी पार्टी के विधायक ने कहा कि सरकार लगातार किसानों की आय बढ़ाने का दावा जरूर कर रही है, लेकिन सरकार डीजल का दाम कम करे, किसानों को मुफ्त बिजली दे, खाद और बीज की उपलब्धता हो तब ही किसान की आय दोगुनी होगी.