लखनऊ : राजधानी में ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले कश्मीरी युवकों का आरोप है कि उनका लाखों का समान गोमती नदी में फेंक दिया गया. दावा किया जा रहा है कि उन युवकों ने खुद को नगर निगम कर्मी बताया था. घटना के बाद कश्मीरी युवकों ने अपना दर्द बयां किया. कश्मीरी युवकों का आरोप है कि कश्मीर से वो अपने कॉलेज की फीस जमा करने के लिए दो पैसे कमाने आते हैं, लेकिन लोग उन्हें ऐसा करने नहीं दे रहे हैं, वहीं पुलिस के मुताबिक, ये मामला दो कस्टमर के बीच का था, जिसमें से एक ने इन युवकों का समान फेंक दिया.
कश्मीर के कुलगाम के रहने वाले मोमिन ने बताया कि 'गुरुवार को वो रोज की ही तरह समान बेच रहे थे. पहले पुलिस आई और उन्हें प्यार से अपना समान हटाने के लिए कहा. कुछ देर बाद ही एक कार से कुछ युवक-युवती आए और खुद को नगर निगम का बताते हुए उनका समान गोमती नदी में फेंक दिया. वहां मौजूद एक वकील ने जब इसका विरोध किया तो वे अपनी गाड़ी छोड़ कर मौके से फरार हो गए.'
एक अन्य कश्मीरी युवक आदिल ने कहा कि 'बीते दो महीनों से वो अपना समान लखनऊ में बेच रहे हैं. वो कश्मीर में बी कॉम कर रहे हैं और उसी की फीस जमा करने के लिए हर साल ठंड में ड्राई फ्रूट्स बेचने आते हैं, लेकिन उनके साथ ऐसा सुलूक नहीं होता है. उसने बताया उन्हें पुलिस ने बताया था कि 'लखनऊ में जी 20 और इन्वेस्टर्स समिट प्रोग्राम होना है, ऐसे में वहां दुकान नहीं लगानी है, इसलिए वह किनारे बैग में सब सामान रखे हुए थे, क्योंकि बस कुछ दिन ही वो लखनऊ में रहने वाले हैं ऐसे में वह चाहते थे कि उनका पूरा सामान बिक जाए.'
इस मामले पर हजरतगंज इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि 'गोमती बंधे पर कश्मीरी युवक समान की बिक्री कर रहे थे. वहां पर मौजूद एक अधिवक्ता और कार सवार युवकों में कुछ विवाद हुआ था, जिसमें कार सवार युवकों ने कश्मीरी युवकों का बैग नदी में फेंक दिया था. कार को जब्त कर लिया गया है और समान फेंकने वालों को तलाश की जा रही है.'
वहीं डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि 'गोमती बंधे पर डेवलपमेंट का कार्य हो रहा था. इस दौरान लखनऊ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी वहां पर ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले कश्मीरी युवकों को हटने के लिए कह चुके थे, बावजूद वह लड़के वहां से हटे नहीं, जिस कारण एलडीए कर्मचारी दोबारा वहां पर उन्हें हटाने के लिए गए थे. इसी दौरान एक अधिवक्ता ने इसका विरोध किया था और उनसे मारपीट करने लगे थे.' उन्होंने कहा 'अब तक ड्राई फ्रूट्स नदी में फेंकने जैसी कोई भी बात सामने नहीं आई है.'