लखनऊ : राजधानी लखनऊ के वृंदावन योजना में तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का समापन राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया. इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे. समापन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि यूपी में बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ा है. इसके लिए मैं सरकार को बधाई देती हूं. समिट में 16 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. यह समिट सही अर्थ में निवेशकों का महाकुंभ है. देश के विकास में यूपी का बड़ा योगदान इस समिट से बढ़ेगा. यूपी भारत के सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निवर्हन करता है. केंद्र सरकार के अमृत काल मे आये बजट को सप्तर्षि नाम दिया गया है. इस समिट के माध्यम से देश को और आगे ले जाने में बड़ा योगदान रहेगा. यूपी का कई क्षेत्रों में योगदान अधिक है. दूध का उत्पादन भी सबसे अधिक है.
राष्ट्रपति ने कहा कि इस समिट के माध्यम से 35 लाख करोड़ से अधिक निवेश प्रस्ताव मिले हैं और एमओयू साइन किए गए हैं. इसके लिए मैं बधाई शुभकामनाएं देती हूं. इस निवेश प्रस्ताव से 92 लाख रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. यूपी में MSME की संख्या 95 लाख है जो सबसे ज्यादा देशभर में है. MSME सेक्टर बहुत लोगों को रोजगार देता है. यूपी को वन ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है. यूपी में अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के इस प्रयास से आत्मनिर्भर भारत को बल मिलेगा. इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास देशवासियों के साथ ही निवेशकों के लिए काफी सार्थक साबित होगा. यूपी का ODOP कार्यक्रम भी बहुत सफल रहा है. इससे जिलों के परम्परागत उद्योग को बढ़ावा मिलता है. निवेशकों के यूपी आने से प्रदेश को विकास की राह पर तेजी से आगे ले जाया सकेगा. इलेक्ट्रिक वेहिकल की सबसे ज्यादा यूपी में हुई है. ग्रीन हाइड्रोजन नीति को भी बढ़ावा मिलेगा और इससे क्लाईमेट चेंज भी बेहतर होगा.
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा कि स्वरोजगार के क्षेत्र में यूपी अग्रणी राज्य होगा, ऐसा मेरा विश्वास है. निवेश की आर्थिक समावेशी विकास की नीति बेहतर हों यह विकास और निवेश के बीच समन्वय स्थापित करता है. महिला उद्यमियों का जिस प्रदेश में बढ़ावा मिलता है. वह प्रदेश आर्थिक विकास में तेजी से आगे बढ़ता है. आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक विकास महिलाओं का जरूरी है. इस दिशा में भी यूपी सरकार काम कर रही है, यह अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि शिक्षा और निवेश के संगम से क्रांतिकारी परिवर्तन जरूर होंगे. मुझे पूरा विश्वास है कि यूपी को जल्द ही सर्वोत्तम निवेश प्रदेश बन सकेगा.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के वैश्विक निवेश महाकुंभ को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नई ऊंचाई मिली है. पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को जो पहचान मिली, उसका लाभ हमें इस जीआईएस में मिला. वैश्विक मंच पर उत्तर प्रदेश की ओर लोगों का आकर्षण बना. प्राचीन नगरी काशी,रामलला की जन्मभूमि अयोध्या,कृष्ण जी की जन्मभूमि मथुरा ,गंगा यमुना का क्षेत्र उत्तर प्रदेश में है. उत्तर प्रदेश प्राचीन काल से दुनिया के आकर्षण का केंद्र रहा है. उत्तर प्रदेश का ओडीओपी आज दुनिया भर में जाना जा रहा है. उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा श्रम बाजार बना है, योग्य व स्किल्ड युवा यहां के पहचान हैं. उद्यमी यहां निवेश के लिए आकर्षित हो रहे हैं.
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू की गई,ये सफलता का कारण है. निवेशकों को समय से इंटेट मिल सके, ये लागू करने के कारण आज निवेशक उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं. उत्तर प्रदेश को 33 लाख 50 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, यह पहली बार हुआ है. पहले निवेश का मतलब एनसीआर होता था, लेकिन आज निवेश प्रदेश के सभी 75 जनपदों में हुए हैं. पूर्वांचल कभी विकास से अनभिज्ञ था, लेकिन पूर्वांचल में 9 लाख करोड़ का निवेश प्रस्ताव आया है. हम इस निवेश के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 93 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होगा. यह समारोह नए भारत के विकसित प्रदेश के रूप में स्थापित करेगा. सभी निवेशकों, सभी वैश्विक समुदाय, कंट्री पार्टनर्स को मैं भरोसा देता हूं कि आपके विश्वास पर उत्तर प्रदेश खरा उतरेगा.