लखनऊः राजधानी के एक युवक को अपने जाल में फंसा कर युवती ने करीब 10 लाख रुपये की ठगी कर ली. मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से संपर्क कर चार-पांच महीनों तक शादी का झांसा देकर युवती ने पहली बार में छह लाख से अधिक रुपये हड़प लिए. इसके बाद युवती ने लखनऊ आकर पीड़ित के साथ शादी की शॉपिंग भी की. इस दौरान युवती ने करीब 3 लाख रुपये का चूना लगा दिया. जब तक पीड़ित को ठगी का पता लगता, लड़की अपने सारे कॉन्टेक्ट और प्रोफाइल को बंद कर चुकी थी. पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की है.
जानकारी के अनुसार, लखनऊ के हजरतगंज इलाके के रहने वाले मनोज अग्रवाल शादी के नाम पर ठगी के शिकार हुए हैं. उन्होंने मैट्रिमोनियल साइट पर अपना प्रोफाइल रजिस्टर्ड करवाया था. एक दिन उनके पास प्रियंका सिंह नामक लड़की की रिक्वेस्ट आई. इसके बाद मनोज और प्रियंका के बीच चैटिंग और फोन पर बातें शुरू हो गईं. धीरे-धीरे मनोज प्रियंका के प्रेमजाल में फंस गया. पीड़ित मनोज ने बताया कि प्रियंका नामक लड़की से उनकी व्हाट्सएप पर चैटिंग 15 अगस्त 2020 से शुरू हुई और 3 जनवरी 2021 तक लगातार चलती रही.
पूर्व आयकर अधिकारी बताकर झांसा देती रही युवती
मूलरूप से झारखंड के रहने वाले मनोज अग्रवाल सप्रू मार्ग पर एक पान की दुकान चलाते हैं. काफी दिनों से शादी के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे. मनोज ने बताया कि उन्होंने शादी के लिए मैट्रिमोनियल साइट पर अपना प्रोफाइल बनाया था. एक दिन उनके पास एक प्रियंका सिंह नाम की लड़की की रिक्वेस्ट आई. देखने में प्रियंका काफी सुंदर थी, इसलिए उन्होंने हामी भर दी. फिर प्रियंका से व्हाट्सएप के माध्यम से चैटिंग शुरू हो गई.
लखनऊ आकर मनोज के साथ की शॉपिंग
प्रियंका ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अपनी फैमिली का परिचय भी कराया और खुद को बिहार के नदवा की रहने वाली बताया. उसने खुद को पूर्व आयकर अधिकारी बताया. प्रियंका ने बताया कि उसने नौकरी छोड़ दी है और आईएएस की तैयारी कर रही है. उसने बताया कि उसके पास जमीन जायदाद की कोई कमी नहीं है. इसके बाद प्रियंका पढ़ाई के नाम पर लगातार पैसों की डिमांड करती रही और मनोज पैसे भेजता रहा. मनोज ने बताया कि 23 अक्टूबर 2020 को प्रियंका उनसे मिलने के लिए लखनऊ भी आई और होटल में 3 दिन तक रुकी. इसके बाद उसे प्रियंका पर विश्वास हो गया.
प्रतियोगी परीक्षा के नाम पर मांगती रही पैसे
शादी के नाम पर ठगी करने वाली जालसाज प्रियंका ने पहले खुद को आयकर अधिकारी बताया. इसके बाद उसने अपनी कुछ फोटो भी दिखाईं. इतना ही नहीं, प्रतियोगी परीक्षा के आई कार्ड दिखाकर उसके बदले पैसे ऐंठती रही. यहां तक कि उसने खुद को यह बता दिया कि वह अप्रैल में आईएएस के रिजल्ट में पास होगी. इसके बाद मनोज की खुशी का ठिकाना न रहा. वह खुशी-खुशी अपना सब कुछ लुटाता रहा.