लखनऊ: योगी सरकार 27 जनवरी से 5 दिनों की गंगा यात्रा शुरू करने जा रही है. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गंगा यात्रा के दौरान स्कूली बच्चों की जागरूकता रैली समेत कई अन्य कार्यक्रमों के आयोजन का फैसला किया है. इस बात का विरोध विभाग के अंदर से ही शुरू हो चुका है. शिक्षकों का कहना है कि वार्षिक परीक्षा के माहौल में बच्चों को किसी अन्य दिशा में प्रेरित करना उनको लक्ष्य से भटकाने वाला है.
सीएम योगी ने गंगा यात्रा को किया रवाना
सीएम योगी ने 23 जनवरी को गंगा यात्रा के लिए गंगा रथों को अपने आवास से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. गंगा यात्रा 27 जनवरी को बिजनौर और बलिया जिले से शुरू हो रही है और 31 जनवरी को कानपुर पहुंचेगी. सीएम ने गंगा रथ को रवाना करते समय अपने संबोधन में कहा कि गंगा हमारी आस्था के साथ ही अर्थव्यवस्था का भी प्रमुख हिस्सा है.
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विभिन्न प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
शिक्षा निदेशालय की ओर से बिजनौर, मेरठ, अमरोहा, हापुड़, बुलंदशहर, मुरादाबाद, रामपुर, शाहजहांपुर, बदायूं, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, भदोही, चंदौली, प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़, रायबरेली, फतेहपुर, उन्नाव, मुजफ्फरनगर और कानपुर नगर के जिला विद्यालय निरीक्षकों को एक पत्र लिखकर कहा है कि यात्रा दिवसों में गंगा की निर्मलता एवं जल संरक्षण से संबंधित निबंध प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाए.
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कानपुर में होगा पोस्टर और प्रदर्शनी का आयोजन
विद्यालयों में समस्त छात्रों के लिए पर्यावरण से संबंधित जागरूकता अभियान का आयोजन किए जाने के भी निर्देश हैं. यात्रा दिवस में छात्रों से गंगा की निर्मलता, स्वच्छता और जल संरक्षण से संबंधित विशेष स्लोगन और पोस्टर तैयार करवाया जाए और एक जागरूकता रैली का आयोजन भी किया जाए. सभी स्कूलों से मिलने वाले स्लोगन, चित्रकला, पेंटिंग और पोस्टर की प्रदर्शनी का आयोजन कानपुर में किया जाए.
गंगा यात्रा में शामिल होने में परीक्षा बनी रोड़ा
18 फरवरी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाएं होने जा रही हैं. अन्य कक्षाओं के भी सालाना परीक्षाओं का दौर इसके साथ ही शुरू होगा. शीतलहर की वजह से दिसंबर और जनवरी में पढ़ाई नहीं हो सकी है. स्कूली बच्चों के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपना पाठ्यक्रम पूरा करना और परीक्षा की तैयारी करना है. अगर बच्चे तिरंगा यात्रा में शामिल होते हैं तो उनकी परीक्षा की तैयारी प्रभावित होना निश्चित है.
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