लखनऊ. देश के सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य रिकॉर्ड समय में करना होगा. 594 किमी लम्बे एक्सप्रेस वे (Ganga Expressway) को प्रयागराज से मेरठ के बीच बनाया जा रहा है. सरकार ने यूपीडा को लक्ष्य दिया है कि महाकुंभ 2025 (Mahakumbh 2025) से पहले इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा किया जाए. ऐसे में देश में सबसे कम समय में बनने वाला यह एक्सप्रेस वे होगा.
594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा चुका है. यह एक्सप्रेस-वे न केवल पूरब और पश्चिम की दूरी को कम करेगा. इसके अलावा लखनऊ से मेरठ की दूरी को भी कम कर देगा. तीन खंडों में इस एक्सप्रेस-वे का काम किया जा रहा है, जिसमें से दो खंडों का काम अडानी लिमिटेड को दिया गया है. प्रदेश सरकार के सलाहकार अवनीश अवस्थी जब यूपीडा मुख्य कार्यकारी अधिकारी थे, तभी उन्होंने इस बात की घोषणा कर दी थी कि 2025 महाकुंभ से पहले गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास अरविंद कुमार ने बताया कि निश्चित तौर पर गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण को इस तरह से किया जा रहा है कि 2025 के महाकुंभ से पहले इसका निर्माण पूरा किया जा सके और इस पर वाहनों का संचालन हो जाए.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार विकास की राह पर है. उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है. इसका लाभ सभी प्रदेशवासियों को मिलेगा. हाई-वे और एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक गलियारे भी बनाए जा रहे हैं. इसके लिए जमीनें चिह्नित की गई हैं. आपातकाल में वायु सेना के विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए हवाई पट्टियां भी बनाई जा रही हैं.
उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का नेटवर्क
1. यमुना एक्सप्रेस-वे-165 किमी
2. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे-25 किमी
3. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे-302 किमी
4. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे-96 किमी
5. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे-341 किमी
6. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे-296 किमी
कुल संचालित एक्सप्रेस-वे-1225 किमी
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